Here you will find RAS Mains Hindi PYQS arranged Topic wise

संक्षिप्तीकरण – गद्यावतरण का उचित शीर्षक एवं लगभग एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण |
Year | Question (अंक: 10) |
2024 | निम्नलिखित अवतरण का उपयुक्त शीर्षक देते हुए लगभग एक-तिहाई शब्दों में संक्षेपण कीजिए – मनोविकार दो प्रकार के होते हैं – प्रेष्य और अप्रेष्य। प्रेष्य मनोविकार वे हैं जो किसी के प्रति उत्पन्न होकर उसके हृदय में भी पहले के प्रति उत्पन्न हो सकते हैं, जैसे – क्रोध, घृणा, प्रेम आदि। हम जिस पर क्रोध करेंगे वह हम पर भी क्रोध कर सकता है। जिससे हम प्रेम करेंगे वह हमारे प्रेम को देखकर हमसे भी प्रेम कर सकता है जबकि अप्रेष्य मनोविकार जिसके प्रति उत्पन्न होते हैं उसके हृदय में सदा दूसरे भावों की सृष्टि करेंगे, जैसे – भय, ईर्ष्या आदि। जिससे हम भय मानेंगे उसमें हमारे भय के प्रभाव से भय नहीं पैदा होगा। जिस पर हम दया करेंगे वह हमारी दया के कारण हम पर दया नहीं करेगा बल्कि श्रद्धा करेगा। जिससे हम ईर्ष्या करेंगे वह हमारी ईर्ष्या को देख हमसे ईर्ष्या नहीं करेगा बल्कि घृणा करेगा। प्रेष्य मनोवेग सजातीय मनोविकार को पाकर बहुत जल्दी बढ़ते हैं। अतः इन मनोवेगों में बहुत सावधान रहना चाहिए। अप्रेष्य मनोवेगों का विजातीय मनोवेगों से संयोग होता है जिससे उनकी वृद्धि नहीं हो सकती। मनोविकारों को उत्पन्न होने देने और न उत्पन्न होने की इच्छा को मनोविकारों से स्वतंत्र समझना चाहिए। |
2023 | निम्नलिखित अवतरण का उचित शीर्षक देते हुए लगभग एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण कीजिए – पानी के बहाव की गति में कमी होने के कारण वन अपरदन को बहुत कुछ रोकते हैं। पेड़-पौधों की जड़ों द्वारा मिट्टी को पकड़े रहने के कारण भी अपरदन में बहुत कमी हो जाती है। वनों से मिट्टी की उर्वरता बढ़ जाती है। कार्बनिक पदार्थों के सड़ने गलने से वानस्पतिक पदार्थ मिट्टी में मिल जाते हैं, जिससे मिट्टी में हमस की मात्रा बढ़ जाती है। वानस्पतिक पदार्थों में अकार्बनिक खाद भी रहती है, जो मिट्टी में मिल जाती है । यह खाद वस्तुतः पेड़-पौधों की जड़ों द्वारा बहुत गहरी मिट्टी से लाकर पत्तियों में इकट्ठा होती है, जिनके सड़ने पर वह पुनः सतह की मिट्टी में मिलकर उसकी उर्वरता को बढ़ाती है। वन का स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। वनों की वायु शुद्ध रहती है तथा उसमें धुआँ हानिकारक गैसे और धूल के कण बहुत कम रहते हैं। यहाँ की वायु में जीवाणु भी तेईस से अट्ठाईस प्रतिशत कम रहते हैं। ये पेड़-पौधों की पत्तियों द्वारा छन जाते हैं और सूर्य की धूप से नष्ट हो जाते हैं। यह देखा गया है कि वनों के निकट गाँवों में हैजा और टायफाइड ज्वर बहुत कम होता है। यही कारण है कि सैनिकों के शिविर जगलों के आसपास ही स्थापित किये जाते हैं। |
2021 | निम्नलिखित अवतरण का उचित शीर्षक देते हुए लगभग एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण कीजिए – साहित्य और वाङ्मय से जो कुछ हमें प्राप्त होता है वह मानसिक समृद्धि है, मानसिक स्वास्थ्य है,मानसिक संस्कृति है। साहित्य हमारे मन की निरंतर चिकित्सा करता रहता है निरंतर कृषित- परिष्कृत करता रहता है और उसमें निरंतर प्राण बीज उगाता रहता है। हमारी सारी सप्राणता को जागृत और चिर युवा रखना या उसे क्षयग्रस्त – कामलुब्ध विकल रखना, दोनों की क्षमता साहित्य और वाङ्मय के पास है। इसका सदुपयोग हो तो यह एक अपूर्व मानसिक चिकित्सा है। श्रेष्ठ साहित्य पढ़ना मानो ऋतंभर मानस ज्योतियों को तैल समर्पण है। साहित्य और वाङ्मय में एक मानसिक ऋद्धि के स्रोत हैं। युग के हृदय में तह पर बैठी निराशा के भीतर पॉल वालेरी ने गहराई से उतरकर देखा था। वह इस निष्कर्ष पर पहुंचा है,” वाङ्मय एव वाङ्मय के पंडितों की नियति कोई मामूली प्रश्न नहीं, क्योंकि इस ‘नियति’ से जुड़ी है संपूर्ण मनुष्य जाति के मन की ‘नियति’।साहित्य और वाङ्मय के तिरस्कार का सीधा अर्थ होगा मनुष्य के मन का तिरस्कार और फलत: एक अपमानवीकरण। |
2018 | निम्नलिखित अवतरण का उचित शीर्षक देते हुए लगभग एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण कीजिए – जीवन ज्ञात और अज्ञात का मिश्रण है | इन दोनों में से एक भी कम हो जाए तो जीवन अधूरा हो जाएगा। हमारा एक हिस्सा है जो निश्चित राय रखता है। एक अन्य हिस्सा हमेशा अज्ञात का पता लगाने के लिए उकसाता रहता है। बुद्धिमान वही है जो अनिश्चितता का सामना करने और उसमें से उत्तम अवसर पैदा करने की कुशलता विकसित कर लेता है। आश्चर्य किसी भी वस्तु का ज्ञान प्राप्त करने की अंतहीन संभावना उत्पन्न कर देता है। हम जितना अधिक जानते हैं उतनी ही अधिक अज्ञात के प्रति जिज्ञासा बनी रहती है। आश्चर्य किसी पुरानी बात के लिए ही नहीं होता है। पक्की राय उसके लिए हो सकती है, जो नया नहीं है । जो व्यक्ति केवल आश्चर्यचकित रहता है वह भ्रमित रहता है। जो सब बातों के प्रति पूर्ण रूप से निश्चित होता है, वह निष्क्रिय और सुस्त हो जाता है। |
2016 I | निम्नलिखित अवतरण का उचित शीर्षक देते हुए लगभग एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण कीजिए – प्राचीन भारतीय मनीषियों ने मानव-जीवन को चार पुरुषार्थों में विभक्त किया है : (1) धर्म (2) अर्थ (3) काम और (4) मोक्ष। आज संस्कृति शब्द का जो अर्थ ग्रहण किया जाता है, वे सब बातें इन चारों में आ जाती हैं। अन्य शब्दों में संस्कृति का ही प्राचीन नाम पुरुषार्थ है। इन चारों में मोक्ष का धर्म के साथ सीधा संबंध माना गया है। लेकिन यह तथ्य भी स्मरणीय है कि अर्थ और काम के लिए भी धर्म की मर्यादा को आवश्यक माना गया है। प्राचीनकाल से ही भारतीय संस्कृति की यह धारणा रही है कि जो व्यक्ति या समाज धर्म को छोड़ देता है, धर्म-विरुद्ध रास्ते पर चलता है, उसके अर्थ और काम भी नष्ट हो जाते हैं। वस्तुतः प्राचीन भारतीय संस्कृति अर्थ और काम को हेय नहीं मानती, बस उन पर धर्म का नियंत्रण आवश्यक मानती है। इससे यह स्पष्टतः ध्वनित होता है कि धर्म ही संस्कृति को धारण करने वाला आधारभूत तत्त्व है। जो अर्थ और काम धर्म सम्मत है, वह संस्कृति का ही अंश है। इसके विपरीत धर्म विरुद्ध अर्थ और काम संस्कृति के लिए घातक होने के साथ ही व्यक्ति और समाज के लिए भी पतन का कारण माने गये हैं। |
2016 II | निम्नलिखित अवतरण का उचित शीर्षक देते हुए लगभग एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण कीजिए – जीवित रहना स्वयं एक कर्म है। जो जीवित है, वह कर्म करेगा ही। कर्म रहित स्थिति मृत्यु है। महत्त्वपूर्ण बात तो यह है कि हर मनुष्य को अपने स्वभाव और योग्यता के अनुसार अथवा यों कहो कि स्वधर्मानुसार कर्म का चयन करने में स्वतंत्रता होनी चाहिए। जो कर्म मनुष्य की योग्यता और स्वभाव के अनुकूल होगा, वही उसके लिए शुभ भी होगा । उसी कर्म को पवित्र और निः:स्वार्थ भाव से करना अपने साथ मित्रता निभाना है। जो अपने से मित्रता करता है बह दूसरों का भी प्रिय हो जाता है और जो स्वयं से शत्रुता करता है वह शत्रुओं से घिरा रहता है। बाह्य शत्रुओं की अपेक्षा आंतरिक शत्रु अधिक खतरनाक होते हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए और स्वतंत्रतापूर्वक सुखी जीवन बनाने के लिए कर्म की पहेली समझ लेनी चाहिए तथा शत्रु-दमन का नहीं, अपितु आत्म-समन्वय का मार्ग अपनाना ही जीवन के लिए श्रेयस्कर सिद्ध हो सकता है। अपनी निजी मौलिक आवश्यकताओं की पूर्ति के अतिरिक्त दूसरों की सुख-सुविधाओं का पूर्ण ध्यान रखते हुए जो भी कर्म किया जाएगा, वह जीवन के श्रेष्ठतम विकास में अवश्य सहयोगी होगा। यही अध्यात्म का पथ है। |
2013 | निम्नलिखित अवतरण का उचित शीर्षक देते हुए लगभग एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण कीजिए – चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है। इसके पीछे दो शक्तियों का संतुलन है। पृथ्वी चंद्रमा को निरंतर अपनी ओर खींच रही है। यह एक शक्ति हुई। चंद्रमा पृथ्वी की ओर खिंच नहीं आता। इसके लिए उसे पलायन की शक्ति प्रदर्शित करनी होती है, जो उसे स्वयं की गति से प्राप्त होती है। यह दूसरी शक्ति हुई। जब भी किसी पदार्थ को गति दी जाती है, वह सीधी रेखा में होती है। जब गुलेल से पत्थर छूटता है तब वह सीधी रेखा में जाता है। चूँकि पृथ्वी उसे खींचना चाहती है, इसलिए वह धीरे-धीरे अपनी गति को सीधी रेखा से पृथ्वी की तरफ झुकता है और गिर पड़ता है। चंद्रमा के साथ भी बात इसी तरह की है, लेकिन एक अंतर है। वह पृथ्वी की तरफ खिंचता अवश्य है, परन्तु उसका अपना वेग इस प्रकार का है कि पृथ्वी और उसके बीच की दूरी हमेशा प्राय: एक-सी रहे, केवल इतना ही वह झुकता है। यदि पृथ्वी का आकर्षण न होता तो सीधी रेखा में भाग जाने का इच्छुक चंद्रमा कब का आकाश में खो चुका होता। पृथ्वी उसकी रेखा को हर क्षण अपनी दिशा में खींच कर रखती है। |
पल्लवन – किसी सूक्ति, काव्य पंक्ति, प्रसिद्ध कथन आदि का भाव विस्तार |
Year | Question (अंक: 10) |
2024 | निम्नांकित पंक्ति का भाव-विस्तार कीजिए: (शब्द सीमा: लगभग 100 शब्द) “समय ही सबसे बड़ा धन है।” |
2023 | निम्नलिखित पंक्ति का भाव विस्तार कीजिए: (शब्द सीमा: लगभग 100 शब्द) “मित्रता की कसौटी विपत्ति है।“ |
2021 | निम्नलिखित पंक्ति का भाव विस्तार कीजिए: (शब्द सीमा: लगभग 100 शब्द) “हिंसा बुरी चीज है पर दासता उससे भी बुरी है।” |
2018 | निम्नलिखित पंक्ति का भाव विस्तार कीजिए: (शब्द सीमा: लगभग 100 शब्द) “असफलताएँ सफलता का आधार-स्तंभ हैं।” |
2016 I | निम्नलिखित पंक्ति का भाव विस्तार कीजिए: (शब्द सीमा: लगभग 100 शब्द) “जाके पाँव न फटी बिवाईं, सो क्या जाने पीर पराई!“ |
2016 II | निम्नलिखित पंक्ति का भाव विस्तार कीजिए :. (शब्द सीमा: लगभग 100 शब्द) “करत-करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान।” |
2013 | निम्नलिखित पंक्ति का भाव विस्तार कीजिए: (शब्द सीमा: लगभग 100 शब्द) “मन के हारे हार है, मन के जीते जीत” |
पत्र-लेखन – सामान्य कार्यालयी पत्र, कार्यालय आदेश, अर्धशासकीय पत्र, अनुस्मारक |
Year | Question |
2024 | डॉ. प्रिया रस्तोगी, आचार्य, हिन्दी विभाग, राजकीय महाविद्यालय, जयपुर का स्थानान्तरण राजकीय महाविद्यालय, उनियारा में किये जाने के सम्बन्ध में श्री पवन कुमार, आयुक्त, आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा, जयपुर की ओर से कार्यालय आदेश जारी करें। अंक (10) |
2023 | केन्द्र सरकार द्वारा प्रवर्तित आयुष्मान् भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ‘निरामयम’ से अधिकतम नागरिक लाभान्वित हो सकें, इस हेतु अधिकाधिक आयुष्मान् भारत कार्ड बनाने के लिए के. कुमार, संयुक्त सचिव, भारत सरकार, स्वास्थ्य मंत्रालय, नयी दिल्ली की ओर से श्री पी. सिंह, सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, राजस्थान सरकार, जयपुर को एक अर्द्धशासकीय पत्र लिखिए। अंक (10) |
2021 | जिला कलेक्टर, जैसलमेर की ओर से प्रमुख शासन सचिव, ऊर्जा विभाग, राजस्थान सरकार को एक पत्र लिखें, जिसमें जैसलमेर जिले में स्थापित सोलर-संयंत्र विषयक विवरण हो। |
2018 | आयुक्त, कॉलेज शिक्षा,राजस्थान ,जयपुर की ओर से प्राचार्य ,राजकीय कन्या महाविद्यालय ,नोखा को सत्र 2017-2018 में महाविद्यालय में संपन्न गतिविधियों की रिपोर्ट प्रेषित करने के लिए एक अनुस्मारक लिखिए |
2016 I | 1. ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध करवाने हेतु बांसवाड़ा के जिलाधीश की ओर से जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को एक कार्यालयी पत्र लिखिए। अंक (10) 2. राजस्थान सरकार के कार्यालयों में प्रचलित अर्द्ध-शासकीय पत्र का मानक प्रारूप प्रस्तुत कीजिए। अंक (10) |
2016 II | 1. पुलिस अधीक्षक अजमेर को एक पत्र लिखिये, जिसमें जिले में बढ़ रहे अपराधों को नियंत्रित करने का अनुरोध हो 2. एक अर्द्ध शासकीय पत्र का प्रारूप तैयार कीजिए, जिसमें किसी कुलपति, विश्वविद्यालय के द्वारा इतिहास विषय के आचार्य को नवीन पाठ्यक्रम हेतु पुस्तक सूची तैयार करने हेतु आदेशित किया गया हो। अंक (10) |
2013 | —————————————————————- |
प्रारूप-लेखन – अधिसूचना, निविदा, परिपत्र, विज्ञप्ति |
Year | Question (अंक: 10) |
2024 | अमित कुमार, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राजस्थान की ओर से जारी की जाने वाली विज्ञप्ति का प्रारूप तैयार कीजिए जिसमें चुनाव-प्रक्रिया में सतत् सुधार हेतु प्रदत्त प्रावधानों के अन्तर्गत, प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों से सहयोग की अपेक्षा की गई हो। |
2023 | सचिव, गृह विभाग, राजस्थान सरकार, जयपुर की ओर से जारी अधिसूचना का प्रारूप निर्मित कीजिए, जिसमें घूघरा घाटी, अजमेर में अस्थायी थाना सृजित किये जाने का उल्लेख हो। (अंक 10) |
2021 | नगर विकास न्यास, भरतपुर के अधिशासी अभियंता की ओर से सेवर के पास नाले पर पुलिया बनवाने के लिए निविदा सूचना का प्रारूप प्रस्तुत कीजिए। |
2018 | मुख्य वन संरक्षक, राजस्थान, जयपुर की ओर से समस्त जिला वन संरक्षकों के नाम एक परिपत्र लिखें, जिसमें जुलाई माह में जिला स्तर पर सघन पौधारोपण अभियान चलाने का उल्लेख हो। |
2016 I | विद्युत विभाग जयपुर की ओर से विद्युत कटौती के संबंध में जारी अधिसूचना का एक प्रारूप तैयार कीजिए। अंक (10) |
2016 II | स्वयं को जिला शिक्षा अधिकारी अ, ब, स मानते हुए अपने अधीनस्थ संस्थाओं के लिए आवश्यक लेखन तथा अन्य सामग्री की आपूर्ति हेतु एक निविदा का प्रारूप प्रस्तुत कीजिए। अंक (10) |
2013 | 1. प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय, कालाडेरा की ओर से, विभिन्न कक्षाओं के प्रवेश-पत्र मुद्रण हेतु एक निविदा आमंत्रण सूचना प्रस्तुत कीजिए। 2. निदेशक, कॉलेज शिक्षा, राजस्थान, जयपुर की ओर से एक परिपत्र प्रस्तुत कीजिए, जिसमें महाविद्यालय प्राचार्यों से नियमित विद्यार्थियों की 80% उपस्थिति सुनिश्चित करने का उल्लेख हो। |
अनुवाद – दिए हुए अंग्रेजी अनुच्छेद का हिंदी में अनुवाद |
Year | Question (अंक: 10) |
2024 | निम्नलिखित अनुच्छेद का हिन्दी में अनुवाद कीजिए: The standard of life should be distinguished from the standard of living; it is the former that is fundamental and not the latter; a rise in the standard of living might even lower the standard of life, by reducing man’s physical, moral, intellectual and spiritual standards, powers and potentialities. Hence, the progressive development of Nature must be consistent with rise in the standard of life, and not of living. |
2023 | निम्नलिखित अनुच्छेद का हिन्दी में अनुवाद कीजिए: Each individual creature on this beautiful planet is created by God to fulfil a particular role. Whatever I have achieved in life is through His help, and an expression of His will. He showered His grace on me through some outstanding teachers and colleagues,and when I pay my tributes to these fine persons, I am merely praising His glory. All these rockets and missiles are His work through a small person called Kalam, in order to tell the several-million mass of India to never feel small or helpless. |
2021 | निम्नलिखित अनुच्छेद का हिन्दी में अनुवाद कीजिए: A Language is something infinitely greater than grammar and philology.It is the poetic testament of the genius of a race and a culture and the living Embodiment of the thoughts and fancies that have molded them.Words change their meaning from age to age And old ideas transforms themselves into new,often keeping their attire.It is difficult to capture the meaning; much less the spirit, of an old word or phrase. |
2018 | निम्नलिखित अनुच्छेद का हिन्दी में अनुवाद कीजिए: Man is the image of God. He symbolises his infinite beauty, goodness,grace of body and mind. He is his earthly symbol ,his image on earth. And he who is honest is the noblest of God’s work. Honestly implies sacrifice, transparency of truth, sincerity of heart, earnestness of purpose, devotion of high ideals, work for the benefit of humanity. An honest man is prepared to wear the crown of thorns and suffer martyrdom for the glory of God and for the establishment of God’s Kingdom on this earth. He is the noblest handiwork of God. |
2016 | ——————————————————————— |
2013 | ——————————————————————— |
निबंध लेखन |
Year 141608_cdf56d-87> |
Question (अंक: 20 ) 141608_dca314-32> |
2024 141608_5c24c6-64> |
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 250 शब्दों में निबंध लिखिए –
|
2023 141608_4b5913-a2> |
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए: (शब्द सीमा लगभग 250 शब्द)
|
2021 141608_ebb6ff-9a> |
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए: (शब्द सीमा लगभग 250 शब्द)
|
2018 141608_70cb67-34> |
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए: (शब्द सीमा लगभग 250 शब्द)
|
2016 I 141608_73577b-27> |
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए: (शब्द सीमा लगभग 250 शब्द)
|
|
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए: (शब्द सीमा लगभग 250 शब्द)
|
2013 141608_aa7b64-2b> |
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए: (शब्द सीमा लगभग 250 शब्द)
|