This is Day 62 | 90 Days RAS Mains 2025 Answer Writing, We will cover the whole RAS Mains 2025 with this 90-day answer writing program
Click here for the complete 90 days schedule (English Medium)
Click here for complete 90 days schedule (Hindi Medium)
GS Answer Writing – पृथ्वी की संरचना एवं भूवैज्ञानिक समय सारिणी | प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँ : पर्वत, पठार, मैदान, मरूस्थल । Elaboration
पामीर पर्वत श्रेणी मध्य एशिया में स्थित है यह विभिन्न पर्वत श्रेणियों का संगम स्थल होने के कारण पामीर की गांठ के रूप में जानी जाती है इसके उत्तर से तिएनशान, पूर्व से कुनलुन और काराकोरम, दक्षिणपूर्व की ओर से हिमालय एवं पश्चिम से हिंदूकुश पर्वत श्रेणी मिलती है।
विस्तार: किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और चीन के कुछ हिस्से।
- कार्स्ट मैदान: कोई भी चूना पत्थर या डोलोमिटिक क्षेत्र, जो भूजल की क्रिया द्वारा घोल और जमाव की प्रक्रियाओं द्वारा निर्मित विशिष्ट भू-आकृतियों को दर्शाता है, कार्स्ट स्थलाकृति कहलाता है।
- इसका नाम बाल्कन में कार्स्ट क्षेत्र में चूना पत्थर की चट्टानों में विकसित विशिष्ट स्थलाकृति के नाम पर रखा गया था। यूगोस्लाविया, फ़्रांस और भारत में नैनीताल और अल्मोडा के कार्स्ट मैदान इसके अन्य उदाहरण हैं।
- कार्स्ट स्थलाकृति की विशेषता अपरदनात्मक और निक्षेपणात्मक भू-आकृतियाँ हैं।
- अपरदनात्मक भू-आकृतियाँ → ताल, सिंकहोल, लैपीज़।
- निक्षेपणात्मक भू-आकृतियों में स्टैलेक्टाइट्स, स्टैलेग्माइट्स और स्तंभ शामिल हैं।
- लोएस मैदान – इन मैदानों का निर्माण रेगिस्तानी क्षेत्रों में हवा द्वारा रेत के कणों के जमाव के कारण होता है।
- चीन, अर्जेंटीना तथा कैस्पियन सागर के निकट पाए जाने वाले लोएस के मैदान इसके उल्लेखनीय उदाहरण हैं।
- पीडमोंट पठार
- ये पठार पहाड़ों की तलहटी पर बनते हैं, जिनके एक तरफ पहाड़ और दूसरी तरफ समुद्र या मैदान होता है। इन्हें अनाच्छादन के पठार भी कहा जाता है
- अर्जेंटीना का पेटागोनियन पठार एंडीज़ पर्वत की तलहटी में स्थित है और अटलांटिक महासागर के सामने है
- भारत में मालवा का पठार, अमेरिका में अप्पलाचियन पर्वत और अटलांटिक तटीय मैदान के बीच स्थित अप्पालाचियन पठार
(इओन) | महाकल्प (Era) – | कल्प (Period) | युग (Epoch) | काल (Age) -/Years before Present | Life/Major events |
दृश्यजीवी (फेनरोजोइक) महाकल्प | सेनोजोइक 65 mn years to presentLatest era2 periodस्तनधारियों का युग | चतुर्थक (2 mn वर्ष पहले से वर्तमान तक ) | होलोसीन | 0-10,000 | मानव विकास का युग : आधुनिक मानव कृषि एवं पशुपालनजैव विविधता में निरंतर हानि, (एंथ्रोपोसीन प्रभाव) |
प्लीस्टोसीन | 10,000-2 mn | स्तनधारियों का विकास → बंदर और होमोसेपियन्सआधुनिक मानव व्यवहार का विकास | |||
तृतीयक(2-65 mn वर्ष पहले ) | प्लायोसीन | 2-5 mn | प्रारंभिक मानव पूर्वजों का उद्भव | ||
मायोसीन | 5-24 mn | First Homininae (humans and their ancestors, and chimps and gorillas).गर्म वैश्विक तापमान, घास के मैदानों और जंगलों का विस्तार | |||
ओलिगोसीन | 24-37 mn | घास के मैदानों का उद्भव → हाथी, बिल्लियाँ आदिमनुष्य का पूर्वज :मानवाकार वानर | |||
इयोसीन | 37-58 mn | पहली घास; खरगोशएंजियोस्पर्म (फूल वाले पौधे) का प्रसार | |||
पेलियोसीन | 57-65 mn | स्तनधारियों का अनुकूली विकिरण (अनेक क्षेत्रो में फैलाव )छोटे स्तनधारी : चूहे | |||
मेसोजोइक 65- 245 mn वर्ष पहले 3 कल्प | क्रीटेशियस | 65-144 mn | कीड़े, आधुनिक स्तनधारी, और पक्षी समूह, पहला फूल वाला पौधाK-T विलुप्ति → डायनासोर का विलुप्त होना | ||
जुरेसिक | 144-208 mn | डायनासोर युग पहला पक्षी, पहला मगरमच्छ, पहला सच्चा स्तनपायी विकसित हुआ | |||
ट्रियासिक | 208-245 mn | मेंढक और कछुओ का उद्भव पहले डायनासोरचौथा सामूहिक विलोपन (मास एक्सटिनशन ) | |||
पेलियोजोइक 245-570 mn6 कल्प सबसे बड़े सामूहिक विलोपन के साथ समाप्त हुआ | पर्मियन | 245-286 mn | उभयचरों की जगह सरीसृप प्रभुत्त्व | ||
कार्बोनिफेरस | 286-360 mn | उभयचर विविधता , पहले सरीसृप; कशेरुकी जीव कोयला निर्माणकारी वन | |||
डीवोनियन | 360-408 mn | मछलियों का युग, प्रथम उभयचरआदिम वन | |||
सिल्यूरियन | 408-438 mn | मछली का विकास ⇒ जबड़े वाली मछलियों, मूंगा चट्टानों की उपस्थितिभूमि पर जीवन का पहला निशान: प्रारंभिक संवहनी पौधे | |||
ओर्ड़ोविसियन | 438-505 mn | समुद्री जीवन का विविधीकरण → पहली मछली, ट्रिलोबाइट्स | |||
कैम्ब्रियन | 505-570 mn | कैंब्रियन विस्फोटप्रथम समुद्री अकशेरुकी जीवअभी भी कोई स्थलीय जीवन नहीं था प्रचुर कोमल शरीर वाले बहुकोशिकीय जीव (आर्थ्रोपोड) का विकास | |||
प्रोटेरोजोइक | प्रीकैम्बरियन (इयोजोइक) | 570-2500 mn | कैंब्रियन विस्फोटप्रथम समुद्री अकशेरुकी (बिना रीढ़ की हड्डी वाला) जीवअभी भी कोई स्थलीय जीवन नहीं था प्रचुर कोमल शरीर वाले बहुकोशिकीय जीवों (आर्थ्रोपोड) का विकास | ||
आर्कियन | 2500-3000 mn | जीवन की शुरुआत समुद्र में हुई: अवायवीय जीवाणुअंत तक → नील हरित शैवाल एवं एककोशिकीय जीवाणु | |||
हेडीयन | 3000-5000 mn | कोर और क्रस्ट का स्थिरीकरणवायुमंडल और महासागर का विकास (CO2 से भरपूर) | |||
तारों की उत्पत्तिसुपरनोवामहा विस्फोट (बिग बैंग ) | 5000- 13700 mn | 5000 mn12000 mn13700 mn | सूर्य की उत्पत्तिब्रह्माण्ड की उत्पत्ति |
Paper 4 (Comprehension part) – Elaboration
Child is the father of man
Childhood is one of the most important aspects of our life. Right from learning our first words to learning languages and reading and writing, each and everything that is thought in our childhood will shape our career and our persona. As and when we grow older, some of the things might be forgotten but will always be stored in our subconscious. It is usually referred to as nostalgia. Kids would have dreamt of becoming an actor or a cricketer or a pilot when they were of small age but as they grow up and face the realities of life, most of them end up working for a company in a 9 to 5 monotonous job.
The kinds of people we surround ourselves with defines who we are. As our elders used to say, a thief will always surround himself with other thieves, a good student will always surround himself or herself with other good students. I think it’s the basic nature of human life that like-minded people synchronise easily with each other.
Day 62 | 90 Days RAS Mains 2025 Answer Writing
Day 62 | 90 Days RAS Mains 2025 Answer Writing