राष्ट्रीय एवं राजस्थान राज्य के खेल पुरस्कार

राष्ट्रीय एवं राजस्थान राज्य के खेल पुरस्कार विषय खेल और योग के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण पहलू हैं, जो खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन और समर्पण को सम्मानित करते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर ‘मेजर ध्यानचंद खेल रतन पुरस्कार’, ‘अर्जुन पुरस्कार’ जैसे सम्मान दिए जाते हैं, जबकि राजस्थान राज्य सरकार भी ‘महाराणा प्रताप अवार्ड‘ और अन्य पुरस्कारों के माध्यम से अपने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करती है।

विगत वर्षों के प्रश्न

वर्षप्रश्नअंक
2023राजस्थान राज्य की दिव्यकृति सिंह की खेलों में प्रमुख उपलब्धियाँ सूचीबद्ध कीजिए ।2 M
2023राजस्थान राज्य की पिता पुत्री की किस जोड़ी को अर्जुन पुरस्कार प्राप्त हुआ एवं वह किस खेल से संबंधित हैं ?2 M
2021मेजर ध्यानचंद खेल रतन पुरस्कार 2021 से सम्मानित पैरा-खिलाड़ियों के नाम उनके खेल सहित लिखिए ।2 M
2021राजस्थान में खेलों में उत्कृष्टता के लिए वार्षिक रूप में दिए जाने वाले पुरस्कार का नाम लिखते हुएइसकी चयन समिति का पदानुक्रम लिखिए।2 M
2018खेलों में वशिष्ठ अवार्ड पर टिप्पणी लिखिए ।2 M

1958 में गठित खेल-कूद की तदर्थ जाँच समिति, अखिल भारतीय खेल परिषद् सिफारिशों के आधार पर सन् 1961 से उत्कृष्ट अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के लिए इस पुरस्कार को शुरू किया गया।

National and Rajasthan State level Awards for Sports

श्रेणियाँ: वर्ष 2001 से, पुरस्कार केवल निम्नलिखित श्रेणियों के अंतर्गत आने वाले विषयों में दिया जाता है:

  • ओलंपिक खेल / एशियाई खेल / राष्ट्रमंडल खेल / विश्व कप / विश्व चैंपियनशिप वर्ग और क्रिकेट,
  • स्वदेशी खेल
  • दिव्यांगजन हेतु खेल।

शर्त: खिलाड़ी पर WADA/NADA द्वारा प्रतिबंधित या सीमित नहीं होना चाहिए।

पात्रता
  • खिलाड़ी का पिछले 4 वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन अनिवार्य है।
  • साथ ही, उसमें नेतृत्व क्षमता, खेल भावना, तथा अनुशासन की भावना भी होनी चाहिए।
  • ओलंपिक, कॉमनवेल्थ और एशियाई खेलों के वर्षों में, इन आयोजनों की समाप्ति तक खिलाड़ियों की उपलब्धियों को भी विचार में लिया जाएगा।

नोट – अर्जुन पुरस्कार (लाईफ टाइम) – पात्रता हेतु खिलाड़ी का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन, एवं खेल जीवन की समाप्ति के पश्चात खेलों के प्रचार-प्रसार में सक्रिय योगदान आवश्यक है।साथ ही, उसमें नेतृत्व, खेल भावना और अनुशासन के गुण भी होने चाहिए।

एक वर्ष में प्रदान किए जाने वाले पुरस्कारों की संख्या
  • अर्जुन पुरस्कार –
    • प्रत्येक खेल विषय में सामान्यतः एक पुरस्कार ही दिया जाएगा, यदि योग्य खिलाड़ी उपलब्ध हों।
    • दिव्यांगजन खिलाड़ियों हेतु कम से कम एक पुरस्कार अनिवार्य रूप से दिया जाएगा।
    • टीम खेलों और लिंग विविधता की स्थिति में “प्रति विषय एक पुरस्कार” के नियम में शिथिलता दी जा सकती है।
    • सामान्यतः प्रति वर्ष अधिकतम 15 अर्जुन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
    • किंतु, ओलंपिक, एशियाई अथवा कॉमनवेल्थ खेलों में विशेष प्रदर्शन की स्थिति में, युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के अनुमोदन से यह संख्या 15 से अधिक भी हो सकती है।
  • अर्जुन पुरस्कार (लाईफ टाइम) – किसी वर्ष में अधिकतम तीन पुरस्कार प्रदान किए जा सकते हैं, वह भी पात्र खिलाड़ियों की उपलब्धता के अधीन।

नोट – अर्जुन पुरस्कार में एक प्रतिमा, प्रमाण पत्र, औपचारिक परिधान, तथा ₹15 लाख की नकद राशि सम्मिलित होती है, जिसे भारत सरकार द्वारा निर्धारित स्थान एवं तिथि पर आयोजित सम्मान समारोह में प्रदान किया जाता है।

इन पुरस्कारों के अंकन में अबुल कलाम आजाद ट्राफी की तरह ही अंक दिए जाते हैं लेकिन कुल अंकों का 80% ही खिलाड़ी की खेल प्रतियोगिताओं के आधार पर और शेष 20% चयन समिति द्वारा खिलाड़ी की प्रोफाइल के आधार पर दिये जाते हैं।

अर्जुन अवार्ड चयन समिति

अध्यक्षएक सेवानिवृत्त न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट/उच्च न्यायालय
खेल के प्रसिद्ध व्यक्ति (ओलंपियन या पूर्व मेजर ध्यानचंद खेल रत्न या अर्जुन पुरस्कार प्राप्तकर्ता)4 सदस्य
खेल पत्रकार/विशेषज्ञ/कमेंटेटर 3 सदस्य 
एक प्रसिद्ध खिलाड़ी/खेल प्रशासक/खेल विशेषज्ञ जो पैरा खेलों से संबंधित हो1 सदस्य
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), टार्गेट ओलंपिक पोडियम (TOP) योजना सचिवालयपदेन सदस्य
कार्यकारी निदेशक (TEAMS)/TEAMS विभाग के अधिकारी, खेल प्राधिकरण भारतपदेन सदस्य
संयुक्त सचिव (खेल), खेल विभागसदस्य सचिव

महत्वपूर्ण अर्जुन अवार्ड

अर्जुन पुरस्कार 2024 – विजेताओं की सूची
इस वर्ष कुल 32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिनमें से 17 पैरा-एथलीट्स शामिल हैं। यह भारत के पेरिस पैरालंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन (कुल 29 पदक) के चलते विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा।

🅐 एथलेटिक्स

  1. ज्योति यार्राजी – ट्रैक एंड फील्ड (हर्डल्स)
  2. अन्नू रानी – भाला फेंक
  3. प्रीति पाल – दौड़ (पैरा-एथलेटिक्स)
  4. जीवनजी दीप्ति – दौड़ (पैरा-एथलेटिक्स)
  5. अजीत सिंह – जैवलिन थ्रो (पैरा-एथलेटिक्स)
  6. सचिन सरजेराव खिलारी –  शॉट पुट (पैरा-एथलेटिक्स)
  7. धर्मबीर – क्लब थ्रो (पैरा-एथलेटिक्स)
  8. प्रणव सूर्मा – क्लब थ्रो (पैरा-एथलेटिक्स)
  9. एच. होकातो सेमा – शॉट पुट (पैरा-एथलेटिक्स)
  10. नवदीप सिंह – भाला फेंक  (पैरा-एथलेटिक्स)
  11. सिमरन – दौड़  (पैरा-एथलेटिक्स)

🅑 मुक्केबाज़ी (Boxing)

  1. नीतु – महिला फ्लाईवेट
  2. स्वीटी – महिला लाइट हेवीवेट

🅒 शतरंज (Chess)

  1. वंतिका अग्रवाल – महिला ग्रैंडमास्टर

🅓 हॉकी

  1. सलीमा टेटे – मिडफील्डर, महिला हॉकी टीम
  2. अभिषेक – डिफेंडर, पुरुष हॉकी टीम
  3. संजय – मिडफील्डर, पुरुष हॉकी टीम
  4. जर्मनप्रीत सिंह – डिफेंडर, पुरुष हॉकी टीम
  5. सुखजीत सिंह – मिडफील्डर, पुरुष हॉकी टीम

🅔 पैरा-स्पोर्ट्स

  1. नितेश कुमार – बैडमिंटन (पैरा-बैडमिंटन)
  2. थुलासिमथी मुरुगेशन – बैडमिंटन (पैरा-बैडमिंटन)
  3. नित्याश्री सुमति शिवन – बैडमिंटन (पैरा-बैडमिंटन)
  4. मनीषा रामदास – बैडमिंटन (पैरा-बैडमिंटन)
  5. कपिल परमार – जूडो (पैरा-जूडो)
  6. मोना अग्रवाल – शूटिंग (पैरा-शूटिंग)
  7. रुबिना फ्रांसिस – शूटिंग (पैरा-शूटिंग)
  8. राकेश कुमार – पैरा-तीरंदाजी

🅕 शूटिंग

  1. स्वप्निल सुरेश कुसाले – पुरुष 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन
  2. सरबजोत सिंह – पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल

🅖 स्क्वैश

  1. अभय सिंह – पुरुष सिंगल्स

🅗 तैराकी (Swimming)

  1. साजन प्रकाश – पुरुष बटरफ्लाई

🅘 कुश्ती (Wrestling)

  1. अमन – पुरुष फ्रीस्टाइल

🏅 लाइफटाइम अर्जुन पुरस्कार –

  • मुरलीकांत राजाराम पेटकर – भारत के पहले पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता (तैराकी)
  • सुच्चा सिंह (Athletics)

राजस्थान के अर्जुन पुरस्कार विजेता

क्र.सं.खेलविजेता का नामवर्ष
1Basketballश्री खुश राम1967
2श्री सुरेन्द्र कुमार कटारिया1973
3श्री हनुमान सिंह1975
4श्री राधेश्याम1983
5श्री अजमेर सिंह1982
6Athleticsश्री राम सिंह1973
7श्री गोपाल सैनी1980-81
8श्री राज कुमार1984
9श्री दीन राम1990
10श्री चंद1998
11श्रीमती कृष्णा पूनिया2009-10
12Footballश्री मगन सिंह राजवी1973
13Volleyballश्री आर. के. पुरोहित1983
14श्री सुरेश मिश्रा1979
15श्री श्यामसुंदर राव1974
16Hockeyसुनीता पुरी1966
17वर्षा सोनी1981
18Archeryश्री श्याम लाल मीणा1989
19श्री लिम्बा राम1991
20श्री रजत चौहान2016
21Cricketश्री सलीम दुर्रानी1961
22श्री विजय मांजरेकर1965
23Kabaddiश्री नवनीत गौतम2007
24Swimmingरीमा दत्ता1966
25श्री भंवर सिंह1971
26मंजरी भार्गव1974
27Weightliftingश्री मेहरचंद भास्कर1985
28Squashभुवनेश्वरवरी कुमारी1982
29Shootingडॉ. कर्णी सिंह1961
30राजश्री कुमारी1968
31भीम सिंह1968
32भुवनेश्वरवरी कुमारी1969
33राज्यवर्धन सिंह राठौड़2003
34अपूर्वी चंदेला2016
35Poloकर्नल महाराज श्री प्रेम सिंह1961
36श्री किशन सिंह1962
37राव राजा हनुमंत सिंह1964
38Horse Ridingश्री खान मोहम्मद खान1973
39श्री रंधवीर सिंह1982
40श्री जी.एम. खान1984
41सुश्री दिव्यकृति सिंह राठौर2023
42Golfश्री लक्ष्मण सिंह1982
43Sailingश्री कासम खान2002
44श्री बजरंग लाल तालुक2007-08
45श्री सतीश जोशी2008-09
46Paralympicदेवेन्द्र कुमार झांझिड़िया2004
47जगसीर2010
48संदीप सिंह मान2016
49सुंदर सिंह गुर्जर2018

राजस्थान के प्रमुख अर्जुन पुरस्कार विजेता:

श्री मगन सिंह राजवी, 1973:

  • पूर्व भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी।
  • धेंगसारी (बीकानेर), राजस्थान से।
  • बीकानेर रेंज के रिटायर्ड सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (RAC)।
  • 1961 में शूटिंग में अर्जुन पुरस्कार जीता।
  • एशियाई खेलों में कांस्य पदक: 1970।
  • मर्डेका टूर्नामेंट में तीसरा स्थान: 1970।
  • फुटबॉल खिलाड़ी के रूप में अपनी उपलब्धियों के लिए 1973 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित।

श्री नवनीत गौतम, 2007: 

  • भारतीय पेशेवर कबड्डी खिलाड़ी।
  • जयपुर पिंक पैंथर प्रो कबड्डी के पूर्व कप्तान।
  • 2010 में ग्वांगझू में हुए एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली कबड्डी टीम के सदस्य थे।
  • राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने 2006 के अर्जुन पुरस्कार से 2007 में सम्मानित किया।

श्री अभिजीत गुप्ता, 2013:-

  • राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से।
  • भारतीय खिलाड़ी, जिन्होंने 2008 में भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर का खिताब जीता।
  • राष्ट्रमंडल शतरंज चैंपियनशिप जीतने वाले पहले खिलाड़ी, जिन्होंने इसे पांच बार जीता।
  • 2013 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित।

श्री मेहरचंद भास्कर, 1985: : 

  • पूर्व  भारतीय राष्ट्रीय भारत्तोलन खिलाड़ी।
  • गदखेडा, बूहाना (झुंझुनू) से।
  • भारतीय सेना से सेवानिवृत्त।
  • 1985 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित।

सुश्री भुवनेश्वरी  कुमारी, 1982:

  • पूर्व भारतीय महिला स्क्वाश चैंपियन।
  • 16 बार लगातार राष्ट्रीय चैंपियन रहने का रिकॉर्ड धारक, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स।
  • पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार (1982) से सम्मानित।
  • अलवर के महाराजा तेज सिंह बहादुर की पोती।

श्री लक्ष्मण सिंह, 1982:

  • लक्ष्मण सिंह (1952) एक भारतीय गोल्फर हैं।
  • 1982 के एशियाई खेलों में भारत के लिए व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता।
  • उन्हें 1982 में ही अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • उनके पुत्र अर्जुन सिंह और रणजीत सिंह ने भी गोल्फ में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।

सुश्री दिव्यकृति सिंह राठौर, 2023:-

  • जन्म – जयपुर, राजस्थान। (22 अक्टूबर, 1999) {मूल रूप से नागौर से संबंधित}
  • घुड़सवारी खिलाड़ी।
  • 2022 के एशियाई खेलों में चीन के हांग्जोउ में घुड़सवारी ड्रेसेज की टीम इवेंट में स्वर्ण पदक जीता।
  • वह घुड़सवारी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार पाने वाली पहली भारतीय महिला हैं, जिसे भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया गया।
  • उन्हें भारत के चुनाव आयोग द्वारा राजस्थान के लिए चुनाव आइकन के रूप में नियुक्त किया गया है।
  • उन्हें टाइम्स ऑफ इंडिया अवार्ड्स (2023) में घुड़सवारी का वर्ष का खिलाड़ी पुरस्कार मिला है।

साक्षी कुमारी, 2022:

  • कबड्डी
  • अर्जुन पुरस्कार 2022
  • राजस्थान पुलिस खिलाड़ी

ओमप्रकाश मिथारवाल, 2022:

  • सीकर
  • शूटिंग
  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीन स्वर्ण, राष्ट्रीय स्तर पर नौ स्वर्ण।
  • राष्ट्रमंडल खेलों में दो कांस्य।
  • अर्जुन पुरस्कार 2022
  • राजस्थान पुलिस

मोना अग्रवाल

राष्ट्रीय एवं राजस्थान राज्य के खेल पुरस्कार
  • जन्म – राजस्थान के सीकर में (वर्तमान में जयपुर निवास)
  • वह केवल नौ महीने की उम्र में पोलियो से पीड़ित हो गईं, जिससे उनके दोनों निचले अंग प्रभावित हुए।
  • मोना भारत में महिलाओं के लिए सिटिंग वॉलीबॉल में भी अग्रणी रही हैं।
  • अग्रवाल ने जुलाई 2023 में क्रोएशिया के ओसिजेक में विश्व कप में अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया ।
  • अप्रैल 2024 में कोरिया के चांगवोन में पैरा विश्व कप में एक और स्वर्ण जीता।
  • मार्च 2024 में नई दिल्ली में WSPS पैरा शूटिंग विश्व कप में स्वर्ण
  • पदक जीतकर पेरिस पैरालिंपिक के लिए कोटा स्थान जीता।
  • पेरिस 2024 पैरालिंपिक में 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 स्पर्धा में 228.7 का स्कोर बनाकर तीसरा स्थान हासिल किया और भारत को कांस्य पदक दिलाया।
  • मोना अग्रवाल को 2024 का अर्जुन पुरस्कार प्रदान किया।

द्रोणाचार्य पुरस्कार, जो 1985 में स्थापित किए गए, उन उत्कृष्ट कोचों को मान्यता देते हैं जिन्होंने खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रशिक्षित किया है।

योग्यता मानदंड:
  • प्रशिक्षण अवधि व प्रदर्शन:
    • Grassroot / Development / Elite स्तर पर पूर्णकालिक या अंशकालिक कोच पात्र हैं।
    • पिछले 4 वर्षों में खिलाड़ियों की उत्कृष्ट उपलब्धि होनी चाहिए।
    • ओलंपिक, एशियाई, कॉमनवेल्थ गेम्स वाले वर्षों में, उन खेलों के समापन तक की उपलब्धियों पर विचार किया जाएगा।
  • लाइफटाइम कोचिंग पुरस्कार (2 आरक्षित):
    • कम से कम 20 वर्षों की उत्कृष्ट कोचिंग उपलब्धियाँ अनिवार्य हैं। Grassroot/Development स्तर पर कोचिंग देने वाले को कम से कम 5 वर्षों तक किसी खिलाड़ी से जुड़ा होना चाहिए
  • डोपिंग मामलों में निष्कासन/अयोग्यता:
    • यदि कोच को WADA/NADA द्वारा प्रतिबंधित ड्रग्स के उपयोग को प्रोत्साहित करने का दोषी पाया जाता है, तो वह पदावधि/निलंबन समाप्ति के बाद ही पात्र होगा।
    • निलंबन अवधि के दौरान की उपलब्धियाँ मान्य नहीं होंगी
  • Arjuna Award (Lifetime) धारक:
    • जिन्हें पहले अर्जुन पुरस्कार (लाइफटाइम) / ध्यानचंद पुरस्कार मिल चुका है, वे Dronacharya Award के लिए पात्र नहीं होंगे

 नोट – विजेता को द्रोण की ब्रॉन्ज़ की मूर्ती दी जाती है और साथ ही एक प्रमाण पत्र के साथ 10 लाख रुपए का इनाम भी दिया जाता है। पहले यह राशि 5 लाख रुपए थी लेकिन इसे 2020 में बढ़ाकर 10 लाख कर दिया गया।

द्रोणाचार्य (लाइफटाइम) अवॉर्ड

  • 2011 से भारतीय सरकार ने द्रोणचार्य लाइफटाइम अवार्ड भी जारी कर दिया था और यह सम्मान उन्हें दिया जाता है जिन कोचों ने भारतीय खेल को 20 या उससे ज़्यादा सालों तक सर्विस दी है।
  • इस पुरस्कार को जीतने वाले दिग्गज को 15 लाख रुपए (2020 में 5 लाख रुपये से बढ़ाकर) और द्रोण की कांस्य प्रतिमा के साथ सर्टिफिकेट भी दिया जाता है।
  • द्रोणचार्य लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार पहली बार एथलेटिक्स को कुंतल रॉय (Kuntal Roy) और हॉकी कोच राजिंदर सिंह (Rajinder Singh) को दिया गया था।
  • 2020 में, रिकॉर्ड आठ कोचों ने द्रोणाचार्य (लाइफटाइम) पुरस्कार प्राप्त किया, जो एक साल में दिए गए सबसे अधिक अवॉर्ड हैं।

नोट – सामान्यतः किसी भी कैलेंडर वर्ष में अधिकतम 5 द्रोणाचार्य पुरस्कार दिए जा सकते हैं। इनमें से 2 पुरस्कारों को द्रोणाचार्य (लाइफटाइम) अवॉर्ड के लिए आरक्षित किया जाएगा।

द्रोणाचार्य अवार्ड चयन समिति

पद सदस्य 
अध्यक्षयुवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा नामित किया जाएगा।
खेल के प्रसिद्ध व्यक्ति:(ओलंपियन या पूर्व मेजर ध्यान चंद खेल रत्न या अर्जुन पुरस्कार प्राप्तकर्ता)2 सदस्य
पूर्व द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्तकर्ता:विभिन्न विषयों से3 सदस्य
खेल पत्रकार/विशेषज्ञ/कॉमेंटेटर्स2 सदस्य
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), टार्गेट ओलंपिक पोडियम (TOP) योजना सचिवालयपदेन सदस्य
कार्यकारी निदेशक (TEAMS)/TEAMS विभाग के अधिकारी, खेल प्राधिकरण भारतपदेन सदस्य
संयुक्त सचिव (खेल), खेल विभागसदस्य सचिव

नोट – इस पुरस्कार की अंकन प्रणाली भी अर्जुन पुरस्कार जैसी होती है परन्तु 80% अंक में उस खिलाड़ी के प्रमाण-पत्र माने जाते है जिसने प्रतियोगिता में भाग लेने से ठीक 240 दिन पहले तक उसी कोच के पास प्रशिक्षण प्राप्त किया हो। इस अवॉर्ड में 5 लाख रूपये नकद गुरु द्रोण की कांस्य प्रतिमा, समारोह पोशाक और प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाता है।

खेल और खेलों में उत्कृष्ट प्रशिक्षकों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार 2024

नियमित श्रेणी:
क्र. सं.कोच का नामखेल 
 1श्री सुभाष राणापैरा-शूटिंग
 2सुश्री दीपाली देशपांडेशूटिंग
 3श्री संदीप सांगवानहॉकी
आजीवन श्रेणी:
क्र. सं.कोच का नामखेल
 1श्री एस मुरलीधरनबैडमिंटन
 2श्री अर्मांडो एग्नेलो कोलाकोफ़ुटबॉल

अन्य :

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2023: द्रोणाचार्य पुरस्कार
नियमित श्रेणी में:
  1. एल  गणेश प्रभाकरन (मल्लखंब के लिए)
  2. महावीर सैनी (राजस्थान, पैरा एथलेटिक्स के लिए)
  3. ललित कुमार (कुश्ती के लिए)
  4. आरबी रमेश (शतरंज के लिए)
  5. शिवेंद्र सिंह (हॉकी के लिए)
जीवनभर की उपलब्धि श्रेणी में:
  1. जसकीरत सिंह ग्रेवाल (गोल्फ के लिए)
  2. भास्करन ई (कबड्डी के लिए)
  3. जयंत कुमार पुषिलाल (टेबल टेनिस के लिए)
राजस्थान: गुरू द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता
  1. श्री कर्णसिंह – एथलेटिक्स
  2. श्री श्यामसुन्दर राव – वॉलीबॉल
  3. श्री अनुप कुमार – कबड्डी
  4. श्री महा सिंह
  5. श्री आर.डी.सिंह
  6. श्री वीरेन्द्र पूनिया
  7. श्री सागरमल धायल
  8. महावीर प्रसाद सैनी (सूरतगढ़) – पैरा एथलेटिक्स कोच हैं। उन्होंने सुंदर सिंह गुर्जर और राकेश भेड़ा जैसे पैरा एथलेटिक्स खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया है।

महान ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जिन्होंने पिछले चार वर्षों में खेल के क्षेत्र में अद्वितीय और शानदार प्रदर्शन किया है।

  • 1991-92 से दिया जा रहा है।
  • पहले इसे राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाता था। नाम परिवर्तन – 6 अगस्त 2021 
  • यह भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है।
पात्रता (Eligibility)
  • जिसने खेलों के क्षेत्र में पिछले चार वर्षों की अवधि में, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर (जैसे ओलंपिक/एशियाई/राष्ट्रमंडल/विश्व खेल/विश्व चैंपियनशिप/विश्व कप) उत्कृष्ट और उल्लेखनीय प्रदर्शन किया हो।
  • जिन वर्षों में ओलंपिक, राष्ट्रमंडल, अथवा एशियाई खेल आयोजित होते हैं, उन वर्षों में उक्त खेलों और उनके समापन तक आयोजित अन्य उपर्युक्त अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खिलाड़ी की उपलब्धियों पर भी विचार किया जाएगा।
डोपिंग मामलों में निष्कासन/योग्यता:
  • WADA/NADA द्वारा दोषी पाए गए खिलाड़ी, दंड/निलंबन समाप्ति के बाद ही पात्र होंगे।
  • सजा की अवधि के दौरान की उपलब्धियाँ मान्य नहीं होंगी। यदि खिलाड़ी पर जांच चल रही है, तो उसे पुरस्कार के लिए विचार नहीं किया जाएगा।

नोट – प्रत्येक वर्ष केवल एक खिलाड़ी को ही यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। (केवल अत्यंत विशेष परिस्थितियों को छोड़कर।)

  • इसमें एक पदक, एक प्रमाणपत्र और 25 लाख रुपये की नकद राशि शामिल है। (उस वर्ष में आयकर और संपत्ति कर से मुक्त होगी जिसमें यह प्रदान की जाएगी)
  • किसी व्यक्ति को यह पुरस्कार दूसरी बार प्रदान नहीं किया जाएगा।
  • यदि कोई अवसर उत्पन्न होता है, तो यह पुरस्कार मरणोपरांत भी प्रदान किया जा सकता है।

मेजर ध्यान चंद खेल रत्न अवार्ड चयन समिति

पद सदस्य
अध्यक्षयुवा कार्य एवं खेल मंत्रालय द्वारा नामित किए जाने वाले
विशिष्ट खिलाड़ी (ओलंपियन या पूर्व मेजर ध्यानचंद खेल रत्न या अर्जुन पुरस्कार विजेता)4 सदस्य
खेल पत्रकार / विशेषज्ञ / कॉमेंटेटर्स3 सदस्य
विशिष्ट खिलाड़ी / खेल प्रशासक / पैरा खेलों से संबंधित खेल विशेषज्ञ1 सदस्य
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), टारगेट ओलंपिक पोडियम (TOP) योजना सचिवालयपदेन सदस्य
कार्यकारी निदेशक (टीईएएमएस) / भारतीय खेल प्राधिकरण के टीईएएमएस डिवीजन के प्रभारी अधिकारीपदेन सदस्य
संयुक्त सचिव (खेल), खेल विभागसदस्य सचिव

नोट: किसी विशेष विषय से एक से अधिक खिलाड़ी को समिति में शामिल नहीं किया जाएगा

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार 2024

क्र. सं.खिलाड़ी का नामखेल
1.श्री गुकेश डीशतरंज
2.श्री हरमनप्रीत सिंहहॉकी
3.श्री प्रवीण कुमारपैरा एथलेटिक्स
4.सुश्री मनु भाकरशूटिंग

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची (राजस्थान)

क्र संखेलविजेता का नामवर्ष
1.निशानेबाजीश्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़2004-05
2.पैरा-शूटिंगसुश्री अवनी लेखरा2021
3.पैरा-एथलेटिक्सश्री देवेन्द्र झांझडिया2017
4.पैरा-बैडमिंटनश्री कृष्णा नागर2021

अब तक 5 क्रिकेटरों (5 पुरुष + 1 महिला ) को यह पुरस्कार मिला है:

  1. सचिन तेंडुलकर (1997–98)
  2. महेंद्र सिंह धोनी (2007)
  3. विराट कोहली (2018)
  4. रोहित शर्मा (2020)
  5. मिताली राज (2021)

सबसे पहला पुरस्कार किसे मिला था?

  • पुरुष: विश्वनाथन आनंद (शतरंज) — 1991–92 (यह पहला वर्ष था)
  • महिला: कर्णम मल्लेश्वरी (भारोत्तोलन) — 1994–1995 (महिलाओं में पहली विजेता)

कुछ तथ्य 

  • सबसे युवा पुरस्कार प्राप्तकर्ता – अभिनव बिंद्रा (निशानेबाजी 2001-02)
  • दो खेलो के लिए अवार्ड प्राप्त करने वाला एकमात्र खिलाड़ी – पंकज आडवाणी (बिलियर्ड्स एवं स्नूकर)

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची (2021–2023)

वर्षप्राप्तकर्ताअनुशासन
2021नीरज चोपड़ाएथलेटिक्स
रवि कुमार दहियाफ्रीस्टाइल कुश्ती
लवलीना बोरगोहिनमुक्केबाज़ी
पी. आर. श्रीजेशहॉकी
अवनि लेखरापैरालम्पिक शूटिंग
सुमित अंतिलपैरा एथलेटिक्स
प्रमोद भगतपैरा-बैडमिंटन
कृष्णा नगरपैरा-बैडमिंटन
मनीष नरवालपैरालम्पिक शूटिंग
मिताली राजक्रिकेट
सुनील छेत्रीफ़ुटबॉल
मनप्रीत सिंहहॉकी
2022शरत कमलटेबल टेनिस
2023चिराग शेट्टीबैडमिंटन
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डीबैडमिंटन

गुरु वशिष्ठ पुरस्कार राजस्थान के कोचों को उनकी उत्कृष्ट कोचिंग के लिए सम्मानित करने के लिए स्थापित किया गया है।

  • RSSC द्वारा 1985-86 से दिया जा रहा है।
  • राजस्थान का कोई भी कोच, चाहे वह सरकारी हो या निजी क्षेत्र में काम कर रहा हो, जो राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं में खिलाड़ियों को राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में सक्षम रहा हो, पिछले तीन वर्षों में उनकी प्रदर्शन/उपलब्धियों के अनुसार, पुरस्कार के लिए विचार करने के लिए योग्य होगा।
  • गुरु वरिष्ठ पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रशिक्षकों को परिषद द्वारा निश्चित व घोषीत तारीख को प्रशस्ति पत्र, ब्लेजर का कपड़ा, टाई व 5,00,000/-रु. नकद भेंट किया जायेगा। साथ ही आने जाने का प्रथम श्रेणी का रेल किराया/बस किराया व स्थानीय कन्वेंस चार्जेस के लिए नकद देय होंगे। पुरस्कार विजेता प्रशिक्षक राजस्थान खेल जगत में विशिष्ट व्यक्ति के रूप में सम्मान प्राप्त करेंगे।
  • किसी भी प्रशिक्षक को गुरु वरिष्ठ पुरस्कार दो बार नहीं दिया जायेगा।
  • प्रशिक्षक को मरणोपरान्त भी यह पुरस्कार दिया जा सकता है।
  • यह पुरस्कार हर वर्ष राजस्थान के कोचों को समिति की सिफारिश पर दिया जाएगा।
क्र.सं.पदनाम / प्रतिनिधिभूमिका
1.माननीय राज्य मंत्री महोदय, खेल विभागअध्यक्ष
2.प्रमुख शासन सचिव, खेल विभागसदस्य
3.अर्जुन अवार्डीसदस्य
4.द्रोणाचार्य अवार्डीसदस्य
5.क्रीड़ा परिषद से मान्यता प्राप्त किसी भी एक खेल संघ के अध्यक्ष/सचिवसदस्य
6.मुख्य खेल अधिकारी, रा.रा.क्री.प (राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद)सदस्य
7.खेल पत्रकारसदस्य
8.सचिव, रा.रा.क्री.प., जयपुरसदस्य सचिव
प्रति वित्तीय वर्ष चयनित कुल प्रशिक्षक (वरियता अनुसार)अधिकतम 3 (पुरुष/महिला)
सामान्य खिलाड़ी वर्ग में प्रशिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा2 (पुरुष/महिला)
विशेष वर्ग – पैरा / डेफ / उम्प / ब्लाइंड / लाइफटाइम अचीवमेंट1 (पुरुष/महिला)

नोट – किसी भी वित्तीय वर्ष में निर्धारित पुरस्कारों की संख्या 3 से अधिक नहीं होगी।

प्रथम बार प्राप्तकर्ता (1985 -86)

  1. पोकरमल – एथलेटिक 
  2. रामदेव शर्मा – साइक्लिंग 

2017 – 18 

  1. महेश कुमार रंगा – साइकिलिंग 
  2. रमेशसिंह – रोलबाॅल

स्थापित: 1982 से
पुरस्कार देने वाली संस्था: राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद
योग्यता मानदंड:

  • खिलाड़ियों को पिछले 4 वर्षों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर पुरस्कार दिया जाएगा।
  • नामांकन के वर्ष में उत्कृष्टता हासिल करनी चाहिए।

नोट – WADA/NADA या संबद्ध एजेंसी द्वारा डोपिंग में दोषी पाए गए अथवा जांचाधीन खिलाड़ी इस पुरस्कार के लिए पात्र नहीं होंगे।

इस पुरस्कार हेतु निम्नलिखित श्रेणी के तहत खिलाड़ी ही विचार योग्य होंगे
  1. अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक विजेता,
  2. अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भागीदारी, एवं
  3. राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक विजेता
  4. उक्त के अतिरिक्त सामान्य एवं पैरा ओलम्पिक, कॉमनवेल्थ, एशियन खेलों के पदक विजेता खिलाड़ियों को सीधे ही अनिवार्य रूप से महाराणा प्रताप पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।

महाराणा प्रताप पुरस्कार की एक वित्तीय वर्ष में निम्नानुसार संख्या किया जाना प्रस्तावित है :–

  • सामान्य खिलाड़ी – 5 (पुरुष/महिला)
  • पैरा / डेफ / डम्प / ब्लाइंड खिलाड़ी – 2 (पुरुष/महिला)

नोट – जिस वर्ष ओलम्पिक, एशियन एवं कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित किये जाते हैं, उस वर्ष के पदक विजेता खिलाड़ियों को सीधे ही महाराणा प्रताप पुरस्कार से सम्मानित करने हेतु पुरस्कार की संख्या समिति की अनुशंसा पर समिति अध्यक्ष द्वारा बढ़ायी जा सकती है।

राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद द्वारा पुरस्कार हेतु निम्नानुसार चयन समिति का गठन किया जाएगा :

क्र.सं.पदनामभूमिका
1.अध्यक्ष, रा.रा.क्री.प. जयपुरअध्यक्ष
2.शासन उप सचिव, खेल विभागसदस्य
3.अर्जुन अवार्डीसदस्य
4.द्रोणाचार्य अवार्डीसदस्य
5.क्रीड़ा परिषद से मान्यता प्राप्त किसी भी एक खेल संघ के अध्यक्ष/सचिवसदस्य
6.मुख्य खेल अधिकारी, रा.रा.क्री.पसदस्य
7.खेल पत्रकारसदस्य
8.सचिव, रा.रा.क्री.प. जयपुरसदस्य सचिव
  • परिषद द्वारा निश्चित व घोषित तारीख व स्थान पर “महाराणा प्रताप” की एक कांस्य प्रतिमा, प्रशस्ति पत्र, ब्लेजर का कपड़ा, टाई व 5,00,000/- रु. नकद भेंट किया जायेगा। साथ ही आने जाने का प्रथम श्रेणी का रेल किराया / बस किराया व स्थायी कन्वेंस चार्जेस के लिए नकद देय होंगे। पुरस्कार विजेता खिलाड़ी राजस्थान खेल जगत में विशिष्ट व्यक्ति के रूप में सम्मान प्राप्त करेंगे।
  • किसी भी खिलाड़ी को महाराणा प्रताप पुरस्कार दो बार नहीं दिया जाएगा।
  • खिलाड़ी को मरणोपरान्त भी यह पुरस्कार दिया जा सकता है।

प्रथम बार प्राप्तकर्ता – 

  • एथलेटिक्स
    • श्री गोपाल सैनी, 1982-83
    • श्री राजकुमार अहलावत, 1982-83
    • श्रीमती हमीदा बानो, 1982-83
  • महिला हॉकी
    • श्रीमती वर्षा सोनी, 1982-83
    • श्रीमती गंगोत्री भण्डारी, 1982-83
  • निशानेबाजी – श्री डा. करणी सिंह, 1982-83
  • घुड़सवारी – श्री रघुवीर सिंह, 1982-83

2017 में, राज्य सरकार ने 2008 – 2016 के दौरान जीते गए पुरस्कारों के लिए 41 खिलाड़ियों को सम्मानित किया।

  • दो भाइयों को मिला एक साथ अवार्ड – समारोह के दौरान दो भाइयों को भी एक साथ महाराणा प्रताप अवार्ड से सम्मानित किया गया। ये दोनों साइक्लिंग स्पर्धा से हैं। एक का नाम सुरेश बिश्नोई 2012-13 के लिए और राजेंद्र बिश्नोई को 2013-14 के लिए महाराणा प्रताप अवार्ड से सम्मानित किया गया।
  • राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद वर्ष 2016-17 और वर्ष 2017-18 के लिए कुल सात खिलाड़ियों को महाराणा प्रताप पुरस्कार से सम्मानित किया – इसके तहत सपना को एथलेटिक्स, खेताराम को एथलेटिक्स, सर्वेश पारीक को तीरंदाजी, सुमन ढाका को पैरा एथलीट, मनोहरलाल को साइक्लिंग वर्ग में, पैरा एथलीट सुन्दर सिंह गुर्जर और जिमनास्ट अभिलेख पाराशर का चयन।

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