निजी और सार्वजनिक नीतिशास्त्र – परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थान नीतिशास्त्र मानव जीवन के हर पक्ष को दिशा देने वाला एक महत्वपूर्ण आधार है। परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थानों में नैतिक मूल्यों की भूमिका व्यक्ति के आचरण, निर्णय-प्रक्रिया और उत्तरदायी समाज निर्माण में विशेष महत्व रखती है। निजी और सार्वजनिक जीवन में नैतिकता ही एक न्यायपूर्ण और संतुलित वातावरण की आधारशिला है।
विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्न
वर्ष | प्रश्न | अंक |
2018 | मानवीय मूल्यों के संवर्द्धन में समाज की भूमिका समझाइए । | 5M |
2021 | मनुष्य की नैतिक उन्नति समाज की सर्वांगीण उन्नति पर निर्भर करती है। विवेचना कीजिए । | 5M |
2021 | परिवार मनुष्य के नैतिक विकास की सबसे महत्त्वपूर्ण संस्था है। इस कथन की समीक्षा कीजिए। | 5M |



निजी और सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता में अंतर
प्रकार –
- निजी : अनौपचारिक,आत्मारोपित/स्वगृहीत
- उदाहरण – जीवनसाथी का कर्तव्य स्वगृहीत होता है
- सार्वजनिक – बाह्य रूप से थोपा हुआ
- उदाहरण – सिविल सेवाएँ कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा विनियमित होती हैं
संबंध –
- निजी: वंशागत और अर्जित
- वंशागत – परिवार, भाई-बहन
- चयनित/अजि॔त – मित्र, पत्नी, साथी
- Ex – विवाह
- सार्वजनिक डोमेन – कानून/नियमों द्वारा चुना और पूर्व परिभाषित
- व्यवसाय, डॉक्टर-रोगी, सिविल सेवाएँ
- आईपीसी की धारा 21 सिविल सेवाओं को परिभाषित करती है
नियंत्रणकर्ता-
- निजी – जुनून (भावनाएँ)
- Ex – माँ का प्यार (भावनाएँ)
- सार्वजनिक – तर्क (नियम एवं कानून)
- Ex -पुलिस (IPC/CrPC)
गुण –
- निजी – व्यक्तिपरकता, गोपनीयता, आत्मीयता, प्रेम, स्नेह, निष्ठा, विश्वास, करुणा, जिम्मेदारी, धीरज, सहयोग, देखभाल की नैतिकता
- सार्वजनिक – वस्तुनिष्ठता, पारदर्शिता, जवाबदेही, दक्षता, व्यावसायिकता, राष्ट्रवाद, लोकतांत्रिक मूल्य, प्रतिस्पर्धा, न्याय
साझा मूल्य
- निजी एवं सार्वजनिक संबंध -ईमानदारी, सत्यनिष्ठा, करुणा, परोपकारिता, समर्पण, प्रशंसा आदि
- Ex – विद्यार्थी और शिक्षक के बीच मित्रता का रिश्ता बन सकता है। फिर भी उन्हें अपने काम के प्रति समर्पण और सत्यनिष्ठा जैसे मूल्य दिखाने की जरूरत है

- निजी – अपेक्षाकृत स्थायी, लगातार प्रयास की जरूरत
- Ex – पिता या माता कभी सेवानिवृत्त नहीं होते
- हिंदू पौराणिक कथाओं में, जीवनसाथी अगले जन्म में भी बना रहता है
- सार्वजनिक – प्रकृति में अस्थायी, ब्रेक ले सकते हैं [छुट्टी, सेवानिवृत्ति आदि]
प्रभाव/परिणाम –
- निजी – त्रुटियों के प्रति अधिक सहनशीलता – बार-बार गलतियाँ होने पर विश्वास और प्रतिष्ठा की हानि
- Ex – जेल की सजा के बाद परिवार अपराधी को स्वीकार करता है
- सार्वजनिक – कम या जीरो टॉलरेंस – कारण बताओ नोटिस, निलंबन, जुर्माना या यहां तक कि जेल की सजा
- Ex – हाल ही में राजस्थान मुख्यमंत्री ने ड्यूटी से अनुपस्थित रहने पर 3 नर्सिंग अधिकारियों को निलंबित कर दिया
प्रकृति –
- निजी – अंतिम उद्देश्य के रूप में बिना शर्त के
- Ex – माँ की बिना शर्त 24*7 ड्यूटी (भारत में महिलाओं का 66% काम अवैतनिक है – देश की जीडीपी का 7.2%)
- सार्वजनिक -सहायक क्विड प्रो क्वो ‘कुछ के लिए कुछ’, साँझा लाभ
- Ex – सिविल सेवकों को कर्तव्य निर्वहन के लिए वेतन और अन्य सुविधाएं मिलती हैं
संबंधों की बेहतरी के कारक/स्रोत-
- निजी –
- व्यक्तिगत नैतिकता – सहानुभूति
- मानवीय मूल्य – करुणा
- सामाजिक मानदंड – बड़ों, रिश्तेदारों का सम्मान करें, सामाजिक पूंजी
- धार्मिक सिद्धांत – हिंदू विवाह में 7 प्रतिज्ञाएं, सिख धर्म में आनंद कारज
- कानून – माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम, 2007
- सार्वजनिक –
- संविधान – Article 14, 15, 16 आदि
- आचार संहिता – अखिल भारतीय सेवा आचार संहिता 1968, राजस्थान सिविल सेवा आचरण नियम 1971
- नैतिक आचार संहिता (Hota समिति)
- कानून – IPC/CrPC/GST laws
निजी संबंधों का सार्वजनिक संबंधों पर असर
नकारात्मक प्रभाव [इसलिए व्यक्ति को इनसे बचना चाहिए]
निजी कृत्य 1 – कार्यस्थल पर रिश्तेदारों को शामिल करना
सार्वजनिक संबंधों पर असर –
- पक्षपात, भाई-भतीजावाद = अकुशलता, घोटाले
उदाहरण –
- बॉलीवुड भाई-भतीजावाद (Nepotism)→ फ्लॉप फिल्में
- राजनीति → साठगांठ वाला पूंजीवाद → घोटाला
- कोयला ब्लॉक घोटाला (1.86 लाख करोड़), पीएनबी बैंक घोटाला (14000 करोड़)
निजी कृत्य 2 – अंधा/विवेकहीन प्यार
सार्वजनिक संबंधों पर असर –
- गलत सार्वजनिक निर्णय
उदाहरण –
- धृतराष्ट्र अपने पुत्र दुर्योधन के अंध प्रेम में (हस्तिनापुर के राजा होते हुए) अपने सार्वजनिक कर्तव्य के साथ न्याय नहीं कर सके, जिसके कारण महाभारत युद्ध हुआ
निजी कृत्य 3 – पारिवारिक मूल्यों का सम्मान न करना जैसे निष्ठा या जीवनसाथी का अनादर करना
सार्वजनिक संबंधों पर असर –
- सार्वजनिक जीवन में विश्वास की कमी → विश्वसनीयता की हानि
उदाहरण
- Eg, बिल क्लिंटन-लेविंस्की विवाद (क्लिंटन पर महाभियोग)
- Eg, हालिया विवेक बिंद्रा विवाद (घरेलू हिंसा)
निजी कृत्य 4 – परिवार में पितृसत्तात्मक मूल्य (स्पिलओवर प्रभाव)
सार्वजनिक संबंधों पर असर –
- महिला कर्मचारियों के प्रति पक्षपात, कार्यस्थल पर महिला उत्पीड़न आदि
उदाहरण
- Ex -# मीटू आरोप, बॉलीवुड में कास्टिंग काउच, हनी ट्रैप
निजी कृत्य 5 – निजी जीवन में कोई ऐसा कार्य जो आपकी सार्वजनिक छवि के विरुद्ध हो
सार्वजनिक संबंधों पर असर –
- कार्यस्थल या सार्वजनिक जीवन में विश्वसनीयता की हानि
उदाहरण
- केशव चंद्र सेन ने बाल विवाह का विरोध किया लेकिन अपनी कम उम्र की बेटी की शादी कूच बिहार के महाराजा से कर दी। परिणामस्वरूप उनके अनुयायियों ने उन्हें त्याग दिया और साधारण ब्रह्म समाज (1878) की स्थापना की।
निजी कृत्य 6 – सुखवादी – फिजूलखर्ची
सार्वजनिक संबंधों पर असर –
- विभिन्न संवैधानिक/वैधानिक “सार्वजनिक” पदों के लिए अयोग्य
- फिजूलखर्ची के लिए भ्रष्टाचार, ग़बन
उदाहरण
- राष्ट्रपति, UPSC/RPSC/NHRC के अध्यक्ष या किसी अन्य सदस्य को दिवालिया घोषित होने पर हटा जा सकता है
निजी कृत्य 7 – रिश्ते में टकराव
सार्वजनिक संबंधों पर असर –
- सार्वजनिक डोमेन में जांच या विश्वास की हानि
उदाहरण
- राष्ट्रपिता के रूप में महात्मा गांधी vs पुत्र हरिलाल के पिता के रूप में महात्मा गांधी [परस्पर विरोधी]
निजी कृत्य 8 – धार्मिक मान्यताएँ सार्वजनिक कर्तव्य के विरुद्ध(शाकाहार – मांसाहार, अंतरधार्मिक विवाह, पदानुक्रम में महिलाओं की स्थिति)
सार्वजनिक संबंधों पर असर –
- कानूनों का अंतर्मन से पालन नहीं कर पाना
उदाहरण –
- पारिवारिक मूल्यों में भेदभावपूर्ण जाति भाव -> सार्वजनिक भूमिका के साथ अन्याय [कई अधिकारी पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं और कार्यालय परिसर में अस्पृश्यता का अभ्यास करते हैं]
- मुस्लिम अधिकारी का आबकारी विभाग (शराब) में निरीक्षक के पद पर कार्यरत होना, हिंदू अधिकारी को मत्स्य पालन विभाग के प्रभारी के रूप में नियुक्त करना
सकारात्मक प्रभाव [इसलिए व्यक्ति को ये अवश्य करना चाहिए]
निजी कृत्य 9- निजी जीवन में स्नेह, देखभाल और प्यार
सार्वजनिक संबंधों पर असर –
- बेहतर सेवा प्रदायगी
उदाहरण –
- केरल बाढ़ के दौरान कर्तव्य से परे जाकर कार्य करना (IAS MG राजमणिक्कम)
- बूंदी कलेक्टर रवीन्द्र गोस्वामी (पूर्व डॉक्टर) ने हड़ताल के दौरान अस्पताल में मरीजों का इलाज किया
निजी कृत्य 10 – शांतिपूर्ण परिवार = अच्छी मनःस्थिति
सार्वजनिक संबंधों पर असर –
- कार्यस्थल पर बेहतर कार्यकुशलता
उदाहरण –
- बराक ओबामा -> बेटियों और पत्नी के साथ अच्छे संबंध
सार्वजनिक संबंधों का निजी संबंधों पर असर
नकारात्मक प्रभाव [इसलिए इनसे बचना चाहिए]
सार्वजनिक कृत्य 1 – अतिव्यस्त
निजी संबंधों पर प्रभाव-
- परिवार के सदस्यों को उचित समय न दे पाना – देखभाल की नैतिकता से समझौता
उदाहरण –
- दंगों के दौरान एक आरपीएस अधिकारी की 19 घंटे की व्यस्त ड्यूटी -> बच्चों पर चिड़चिड़ापन, कुंठा
सार्वजनिक कृत्य 2 – भ्रष्टाचार या हितों के टकराव का मामला
निजी संबंधों पर प्रभाव-
- सामाजिक प्रतिष्ठा की हानि
उदाहरण –
- चंदा कोचर (आईसीआईसीआई बैंक सीईओ)
सार्वजनिक कृत्य 3 – समझौता न करने वाली सत्यनिष्ठा – जीवन की हानि
निजी संबंधों पर प्रभाव-
- परिवार के सदस्यों को जीवन भर कष्ट
उदाहरण –
- सत्येन्द्र दुबे सर (IES) ने राष्ट्रीय राजमार्ग घोटाले को उजागर करते हुए अपनी जान गंवा दी
सकारात्मक प्रभाव [इसलिए व्यक्ति को ये अवश्य करना चाहिए]
सार्वजनिक कृत्य 4 – लोकतांत्रिक मूल्य जैसे अवसर की समानता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
निजी संबंधों पर प्रभाव –
- रचनात्मक और नवोन्मेषी (innovative) बच्चे, बच्चों की बेहतर परवरिश (लोकतांत्रिक पालन-पोषण – लड़की और लड़के को समान अवसर)
उदाहरण –
- 2022 में, आईएएस अधिकारी एन प्रभाकर रेड्डी ने अपने बच्चों को विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश के एक सरकारी स्कूल में दाखिला दिलाया
सार्वजनिक कृत्य 5 – प्रशिक्षण और कानून अध्ययन
निजी संबंधों पर प्रभाव –
- सामाजिक कुरीतियों का विरोध
उदाहरण –
- 1961 के दहेज निषेध अधिनियम का अध्ययन → अपनी शादी में दहेज से इनकार करना
- मैंने भी कहा था की मम्मी में दहेज नहीं लूँगा, मम्मी बोले – बेटा, दहेज छोड़, तुझे कोई अपनी लड़की देदे वो ही बड़ी बात है
सार्वजनिक और निजी संबंधों को अलग करने की आवश्यकता क्यों है?
- हितों के टकराव से बचने के लिए
- कार्यस्थल पर व्यक्तिगत पूर्वाग्रह से बचने के लिए
- भाई-भतीजावाद, पक्षपात और क्रोनी पूंजीवाद से बचने के लिए
- अधिग्रहण की प्रवृत्ति और पारिवारिक संबंध भ्रष्टाचार को जन्म देते हैं (प्लेटो)
- नकारात्मक स्पिलओवर प्रभाव से बचने के लिए
- जिस तरह के नैतिक और नीतिपरक मानदंड हम व्यक्तिगत विवेक के मामलों पर लागू करते हैं, उसे सार्वजनिक प्रशासन पर लागू करना बुद्धिमानी नहीं है – मैक्स वेबर
- उदाहरण – एक आरपीएस अधिकारी को अहिंसा छोड़ने की आवश्यकता हो सकती है यदि कानून उसे ऐसा करने के लिए कहता है
निजी और सार्वजनिक संबंधों के बीच अभिसरण क्यों अच्छा है?
- करुणा, सत्यनिष्ठा आदि जैसे कुछ मूल्यों का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- निजी मूल्य सार्वजनिक मूल्यों को आधार प्रदान करते हैं।
- लोक चयन उपागम – बेहतर प्रशासन के लिए, हमें नागरिक-अनुकूल प्रथाओं, सहानुभूति, प्रशंसा जैसे मूल्यों को अपनाने की आवश्यकता है
- अराजकतावादी साम्यवाद का तर्क है कि राज्य और निजी संपत्ति अन्योन्याश्रित संस्थाएँ हैं। राज्य का अस्तित्व निजी संपत्ति की रक्षा के लिए है, और निजी संपत्ति के मालिक राज्य की रक्षा करते हैं
- कुछ निजी कृत्यों का सार्वजनिक प्रभाव होता है, इसलिए उन्हें अलग नहीं किया जा सकता
- Eg. – समलैंगिकता न केवल निजी बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए भी ख़तरा है (AIDS)
- निजी क्षेत्र की ऐतिहासिक ग़लतियों को सार्वजनिक कृत्यों द्वारा सुधारना
- Eg. – सबरीमाला फैसला, तीन तलाक फैसला
Conclusion
निजी और सार्वजनिक जीवन का पूर्ण अलगाव न तो वांछनीय है और न ही संभव है। एक सार्वजनिक प्रशासक को ‘लक्ष्मण रेखा’ का सम्मान करना चाहिए और स्वयं और समाज के लाभ को अधिकतम करने के लिए अपनी भावनात्मक बुद्धि का उपयोग करना चाहिए।
परिवार, सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं का मानवीय मूल्यों को विकसित करने में योगदान
मूल्य वह मार्गदर्शक सिद्धांत, विचारधारा और विश्वास हैं जिन्हें एक मनुष्य प्राप्त करने की आकांक्षा रखता है
- Eg. – न्याय, साहस, संयम इत्यादि
Trick – E A T O F F T O P I C D R A G O N F L I E S H M T J K

मूल्यों के विकास में परिवार की भूमिका
- परिवार समाजीकरण की पहली अनौपचारिक संस्था है, इसलिए बच्चे पर इसका बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है
- अगर किसी देश को भ्रष्टाचार मुक्त होना है और सुंदर दिमागों का देश बनना है, तो मुझे दृढ़ता से लगता है कि तीन प्रमुख सामाजिक सदस्य हैं जो बदलाव ला सकते हैं। वे हैं – पिता, माता और शिक्षक – ए पी जे अब्दुल कलाम।
- माँ का एक आउंस पुजारी के एक पौंड के बराबर है – स्पेनिश कहावत
दादा-दादी
सकारात्मक मूल्य –
- एक बच्चे के पहले दार्शनिक
- नैतिकता, योग और ध्यान (शारीरिक मूल्य), परीकथाएँ रचनात्मकता का विकास करती हैं
- परी कथा नवाचार लाती हैं
- यदि आप चाहते हैं कि आपके बच्चे बुद्धिमान बनें, तो उन्हें परियों की कहानियाँ सुनाएँ, यदि आप चाहते हैं कि वे और अधिक बुद्धिमान बनें, तो उन्हें और अधिक परीकथाएँ सुनाएँ – अल्बर्ट आइंस्टीन
- वृक्षारोपण – पर्यावरण नैतिकता
नकारात्मक मूल्य –
- रूढ़िवादी सोच या प्रतिगामी मूल्य
- Ex – अस्पृश्यता या जातिवाद को बढ़ावा देना
- कई दादा-दादी लैंगिक समानता के खिलाफ हैं और बाल विवाह के लिए जिम्मेदार हैं।
- अंधविश्वास
पिता
सकारात्मक मूल्य –
- प्रथम मार्गदर्शक
- कर्तव्यपरायणता, त्याग, अनुशासन, साहस, कड़ी मेहनत, सुरक्षा की भावना
- मैरीलैंड विश्वविद्यालय का अध्ययन – प्यार और देखभाल करने वाले पिता = अधिक आत्मविश्वासी बेटी
नकारात्मक मूल्य –
- आक्रामक पिता – आक्रामक पुत्र (घरेलू हिंसा, नशीली दवाओं का दुरुपयोग, यौन हिंसा)
- रुढ़िवादी पिता – बेटी में आत्मविश्वास की कमी
माता
सकारात्मक मूल्य –
- प्रथम शिक्षक
- स्नेह, प्रेम, त्याग, धैर्य, निःस्वार्थता
- गांधीजी ने अपनी मां पुतलीबाई से सत्याग्रह की तकनीक सीखी
- मैं जो कुछ भी हूं या बनने की आशा रखता हूं, उसके लिए मैं अपनी मां का ऋणी हूं-अब्राहम लिंकन
- ब्रह्माण्ड में शक्ति की प्रत्येक अभिव्यक्ति माँ है – स्वामी विवेकानन्द
- नैन्सी मैथ्यू इलियट – – Mother of _______________
- सुभद्रा – Mother of ______
- जीजाबाई – Mother of _______
नकारात्मक मूल्य –
- अंधा/अतार्किक प्यार
- उदाहरण – कैकेयी का भरत के प्रति प्रेम – भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास
भाई बहन
सकारात्मक मूल्य –
- साझा करना , देखभाल करना (खिलौने, जगह, खाने-पीने का सामान), सहयोग, भाईचारा, टीम वर्क, क्षमा (लड़ो और माफ़ करो)
- उदाहरण – 5 पांडव, राम-लक्ष्मण, ज़ोरावर सिंह और फ़तेह सिंह, फोगाट बहनें, इरफ़ान और यूसुफ़ पठान
नकारात्मक मूल्य –
- अतिप्रतिस्पर्धा – औरंगजेब और दारा शिकोह
- राणा सांगा का अपने भाइयों पृथ्वीराज और जगमाल के साथ भयंकर संघर्ष, मुकेश और अनिल अंबानी का झगड़ा
जीवनसाथी
सकारात्मक मूल्य –
- सहयोगी जीवनसाथी – कार्य में बेहतर दक्षता
- Ex – नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति ने इन्फोसिस शुरू करने के लिए 10 हजार रुपए का निवेश किया।
नकारात्मक मूल्य –
- स्वामित्व, रिश्ते में विषाक्तता, धोखा, नियंत्रण और प्रभुत्व आदि
पालन-पोषण की शैली
- यदि लोकतांत्रिक – प्रेम, सहिष्णुता, धैर्य, सहानुभूति, करुणा, निष्पक्षता, सर्वसम्मति आधारित निर्णय लेना, ‘मैं’ के बजाय ‘हम’
- उदाहरण – भगवान राम का पालन-पोषण,
- अनाथालय केस अध्ययन – अनाथ बच्चों की तुलना में सामान्य बच्चे अधिक आश्वस्त होते हैं, उनमें संज्ञानात्मक विकास और सुरक्षा की भावना बेहतर होती है।
- अथॉरिटेटिव (निरंकुश) – अधिक आत्मकेंद्रित, कम सहानुभूतिपूर्ण, शत्रुतापूर्ण (घरेलू हिंसा) आदि
- किम जोंग के पिता किम जोंग इल एक दमनकारी और निरंकुश नेता थे
- जोसेफ स्टालिन (सोवियत संघ का तानाशाह) के पिता को शराब पीने की समस्या थी और वे अपनी पत्नी को पीटते थे।
- यदि अनुज्ञाप्रद (अभिभावकों द्वारा लापरवाही) – उदासीनता, बेपरवाही आदि
परिवार की बदलती संस्कृति
- संयुक्त परिवार –
- सकारात्मक – अवसाद, तलाक, घरेलू दुर्व्यवहार, बेवफाई आदि से बचाव
- नकारात्मक – गोपनीयता का अभाव
- एकल परिवार – व्यक्तिवाद, जिम्मेदारी, अंतर्मुखी
- आधुनिकतावाद –
- सकारात्मक – लैंगिक संवेदनशीलता, रचनात्मक सोच, वैज्ञानिक दृष्टिकोण
- नकारात्मक – बढ़ते तलाक के मामले (असहिष्णुता), किशोर अपराध, व्यस्त काम के घंटे = गिरती देखभाल की नैतिकता (नैनी संस्कृति)
समाज का मानवीय मूल्यों को विकसित करने में योगदान
गर्भ से लेकर कब्र तक व्यक्ति के जीवन को आकार देने में समाज महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक व्यक्ति समाज में अवलोकन, विभिन्न भूमिका अदा करने, परीक्षण और त्रुटि और कंडीशनिंग से सीखता है।
मित्र
सकारात्मक मूल्य –
- वफादारी, सहानुभूति, स्वीकृति और समावेशिता, उदारता और साझाकरण
- Ex – कर्ण (दुर्योधन का मित्र), कृष्ण (सुदामा का मित्र)
नकारात्मक मूल्य –
- अनुसारिता/पीयर प्रेशर – धूम्रपान, शराब, छेड़छाड़, नशीली दवाओं का सेवन
रिश्तेदार
सकारात्मक मूल्य –
- भावनात्मक समर्थन, सामाजिक पूंजी, सहानुभूति
- उदाहरणार्थ – तीये की बैठक या अंत्येष्टि
नकारात्मक मूल्य –
- अतिप्रतिस्पर्धा = मानसिक दबाव, दहेज
- झुंड मानसिकता – मानसिक योग्यता के अनुरूप असंगत पेशा चुनना
सांस्कृतिक संदर्भ
सकारात्मक मूल्य –
- एकता, उदारता और सांस्कृतिक विविधता के प्रति सम्मान की भावना
- गौरव – लोकमान्य तिलक ने गणेश उत्सव का उपयोग लोगों को इकट्ठा करने और उनमें राष्ट्रवाद और गौरव की भावना पैदा करने के लिए किया।
नकारात्मक मूल्य –
- नस्लवाद – बुरी नज़र वाले तेरा मुँह काला
- भेदभाव – अस्पृश्यता (न्याय/निष्पक्षता के मूल्य के विरुद्ध)
धर्म
सकारात्मक मूल्य –
- इस्लाम – शांति (अस-सलामु अलैकुम), संयम, रमज़ान उपवास
- हिंदू धर्म – राम राज्य (कल्याणकारी राज्य), धर्म (नीतिपरायणता)
- जैन धर्म – अहिंसा
- ईसाई धर्म – दया, विश्वास, प्रेम
- सिख धर्म – मानवता की सेवा, साझा करना और देखभाल करना
- एक मनोचिकित्सीय उपकरण के रूप में
नकारात्मक मूल्य –
- विवेकहीन आज्ञाकारिता– विभिन्न धर्मगुरुओं पर नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न का आरोप है, फिर भी लोग उनकी पूजा करते हैं
- धार्मिक कट्टरवाद – तीन तलाक, सबरीमाला (एक विशेष लिंग के लिए अन्यायपूर्ण
- कट्टरपंथीकरण और उग्रवाद/अतिवाद – आतंकवाद
- अनैतिक कार्यों को उचित ठहराना- डकैती से पहले देवी की पूजा करते डकैत
कानूनी और न्यायिक
सकारात्मक मूल्य –
- न्याय, गैर भेदभाव, निष्पक्षता, समानता
नकारात्मक मूल्य –
- लिंग-पक्षपातपूर्ण कानून – व्यभिचार और पीछा करना (केवल पुरुषों के लिए अपराध माना गया है)
व्यवसाय/सहकर्मी
सकारात्मक मूल्य –
- उत्कृष्टता, दक्षता, वर्क-लाइफ़ बैलेंस (काम और परिवार के बीच तालमेल) , विविधता और समावेशन, अनुकूलनशीलता, नवाचार आदि
- Ex – टाटा, विप्रो, हीरो साइकिल आदि की कार्य संस्कृति
नकारात्मक मूल्य –
- उत्पीड़न (यौन उत्पीड़न से महिलाओं की सुरक्षा अधिनियम, 2013 – विशाखा दिशानिर्देश 1997)
- सहानुभूति की कमी – बहुराष्ट्रीय कंपनियों में अति व्यस्त कार्य दिवस, तनाव, चुगलखोरी आदि
- सत्यनिष्ठा की कमी – वोक्सवैगन घोटाला, J&J हिप रिप्लेसमेंट घोटाला, रैनबैक्सी मामला, Google डेटा उल्लंघन (यूरोपीय संघ द्वारा अल्फाबेट पर लगभग 5 बिलियन डॉलर का जुर्माना)
मीडिया और सिनेमा
सकारात्मक मूल्य –
- अवलोकन के द्वारा सीखना –
- सिनेमा – रामायण, महाभारत, राष्ट्रवाद, राजनीतिक व्यंग्य (जनता के बीच जागरूकता) Ex – Jaspal bhatti
- मीडिया – सूचना (अनुच्छेद 19), जवाबदेही और पारदर्शिता, सांस्कृतिक विविधता (गोरबंद), पर्यावरण चेतना (डिस्कवरी चैनल), लोकतांत्रिक मूल्य (चौथा स्तंभ)
नकारात्मक मूल्य –
- उपभोक्तावाद, वस्तुकरण को बढ़ावा देता है
- पेड न्यूज
- रूढ़िबद्धता
- हिंसा के प्रति असंवेदनशीलता – एनिमल मूवी
नेता और व्यक्तित्व
सकारात्मक मूल्य –
- एकता, राष्ट्रवाद, वैज्ञानिक स्वभाव, विनम्रता आदि
नकारात्मक मूल्य –
- कुछ बॉलीवुड हस्तियाँ – सापेक्ष अभाव (FOMO), नशीली दवाओं का दुरुपयोग, सरोगेट विज्ञापन – (विमल दाने दाने में केसर)
बदली सामाजिक व्यवस्था
समय के साथ समाज में सोशल मीडिया और धार्मिक असहिष्णुता जैसे बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
सोशल मीडिया & शहरीकरण
सकारात्मक मूल्य –
- सूचना का लोकतंत्रीकरण, उद्यमिता, सामाजिक पूंजी
- उदाहरण – रक्तदान, क्राउडफंडिंग,
नकारात्मक मूल्य –
- कैम्ब्रिज एनालिटिक्स – डेटा का दुरुपयोग (राजनीतिक हेरफेर)
- प्रमाणीकरण व्यवहार (Likes, Dislikes) – हीन भावना
- साइबर बुलिंग / ऑनलाइन रैगिंग
- ग़लत सूचना और दुष्प्रचार
- निजता पर आक्रमण
शहरीकरण – यदि आप विभिन्न जाति, धर्म और क्षेत्रीय पृष्ठभूमि के लोगों के साथ एक इमारत में रह रहे हैं, तो आपमें सहिष्णुता विकसित होती है।
सिविल सोसाइटी
सकारात्मक –
- MKSS आंदोलन जिसके कारण भारत में आरटीआई अधिनियम, 2005 आया, ने सार्वजनिक जीवन में स्पष्टता और पारदर्शिता के मूल्य को स्थापित किया।
- पर्यावरण नैतिकता – चिपको आंदोलन
नकारात्मक –
- खाप पंचायत – अनौपचारिक न्याय
- मॉब लिंचिंग – पहलू खान की हत्या (2017 अलवर मॉब लिंचिंग) Against Kant’s human being as an end
- नक्सलवाद आंदोलन – हिंसा
शैक्षणिक संस्थाओं का मानवीय मूल्यों को विकसित करने में योगदान
- एक बच्चा दिन का लगभग 1/3 भाग स्कूल में बिताता है। इसलिए शैक्षणिक संस्थान मूल्य विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
- बुद्धि के साथ चरित्र ही शिक्षा का सच्चा लक्ष्य है। – मार्टिन लूथर किंग
- सच्ची शिक्षा हृदय (भावनाओं), हाथ (कौशल) और सिर (विवेक) का सामंजस्यपूर्ण विकास है – गांधी जी
शिक्षकों की भूमिका
सकारात्मक –
- अनुशासन, तर्कसंगत सोच
- विचारधारा को आकार –
- गोखले ने गांधीजी की राजनीतिक विचारधारा को आकार दिया
- अरस्तू ने सिकंदर को नैतिकता की शिक्षा दी। सिकंदर ने कभी भी पराजित लोगों पर अपनी संस्कृति/धर्म नहीं थोपा
- चाणक्य ने चन्द्रगुप्त को महान शासक बनाया
नकारात्मक –
- शारीरिक दंड – आक्रामक व्यवहार
- शिक्षा का शुद्ध व्यावसायीकरण (Coaching mafia 😀) – भौतिकवाद/जड़वाद
- 2023 Delhi HC order – 2023 दिल्ली HC का आदेश – निजी स्कूल विस्तार और विकास के लिए अधिशेष बनाए रख सकते हैं
पाठ्यक्रम की भूमिका
सकारात्मक –
- शिक्षाशास्त्र – संज्ञानात्मक विकास
- नागरिक शास्त्र – नेतृत्व, न्याय, भाईचारा, विविधता, मानवता
- इतिहास – देशभक्ति, बलिदान, संयम आदि
- विज्ञान – क्रिटिकल थिंकिंग, तर्कसंगतता, नवाचार आदि
- अर्थशास्त्र – उद्यमिता, मुक्त और निष्पक्ष व्यापार, विश्वास, दक्षता
नकारात्मक –
- पूर्वाग्रह
- मम्मी की रोटी गोल गोल, पापा का पैसा गोल गोल, दादा का चश्मा गोल गोल, दादी के लड्डू गोल गोल
- Instead –
- पापा की रोटी गोल गोल, मम्मी का पैसा गोल गोल, दादी का चश्मा गोल गोल, दादा के लड्डू गोल गोल
- पुरुष – इंजीनियर, महिला – डॉक्टर
- किसान हमेशा गरीब (रामू एक गरीब किसान था)
विरोधी भावनाएँ-
- हिटलर ने यहूदी-विरोधी प्रचार के लिए पाठ्यक्रम का उपयोग किया
- पाकिस्तान पाठ्यक्रम का भारत विरोधी भावनाओं के लिए इस्तेमाल करता है
- समाधान – पाठ्यपुस्तकों को केवल संवैधानिक मूल्य प्रदान करने चाहिए
पाठ्योत्तर गतिविधियों की भूमिका
सकारात्मक –
- खेल – नेतृत्व, टीम-भावना, सहयोगात्मक व्यवहार
- उदाहरण – कतर में विश्व कप 2022 मैच के बाद, जापानी प्रशंसकों ने स्टेडियम की सफाई की
- कॉलेज-उत्सव – जिम्मेदारी , प्रबंधन
- वाद-विवाद – तर्कसंगत सोच, प्रबोधन, समझौता
- सुबह की प्रार्थना – आध्यात्मिक और नैतिक विकास, अनुशासन
- दीवार पेंटिंग – ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है
- मध्याह्न भोजन – समानता (हर वर्ग और जाती के विद्यार्थी एक साथ भोजन करते है), पोषण
- स्कूल की वर्दी – अनुशासन, स्वच्छता
नकारात्मक –
- रैगिंग – मानवाधिकारों का उल्लंघन
नवीनतम बदलाव
नई शिक्षा नीति 2020 – नागरिक मूल्यों, व्यावसायिक शिक्षा और बच्चों के व्यापक विकास के माध्यम से नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देना
निष्कर्ष –
- बच्चे के समग्र नैतिक विकास और एक न्यायपूर्ण समाज के लिए पारिवारिक, शैक्षणिक और सामाजिक मूल्यों में सामंजस्य आवश्यक है।
- माता-पिता को बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने की बजाय उनके चरित्र निर्माण पर ध्यान देना चाहिए- गीता
Practice Questions
Q.1 मनुष्य के नैतिक विकास के लिए शैक्षणिक संस्थान सबसे महत्वपूर्ण हैं। इस कथन का मूल्यांकन करें [5 M]
Q.2 निजी और सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता के बीच उदाहरण सहित अंतर स्पष्ट करें। यह भी बताएं कि पूर्ण पृथक्करण क्यों संभव नहीं है? [10 M]