भारतीय खिलाड़ियों की ओलम्पिक, एशियन खेल, कॉमनवेल्थ एवं पैरा-ओलम्पिक खेल में भागीदारी ने हाल के वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की प्रतिष्ठा बढ़ाई है। खेल और योग जैसे विषयों ने भारतीय युवाओं को न केवल शारीरिक रूप से सशक्त बनाया है, बल्कि उन्हें वैश्विक मंच पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए भी प्रेरित किया है।
विगत वर्षों के प्रश्न
वर्ष | प्रश्न | अंक |
2023 | पेरिस ओलम्पिक 2024 के उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक की प्रमुख उपलब्धियों को सूचीबद्ध करें। | 2M |
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA)
- भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) भारत की राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (NOC) है।
- इसकी प्राथमिक भूमिका निम्नलिखित के लिए एथलीटों का चयन करना है:
- ओलंपिक खेल
- एशियाई खेल
- अन्य अंतर्राष्ट्रीय मल्टी-स्पोर्ट प्रतियोगिताएँ
- IOA इन आयोजनों के लिए भारतीय दल का प्रबंधन करता है।
- यह भारतीय राष्ट्रमंडल खेल संघ की तरह भी काम करता है।
- IOA राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए एथलीटों का चयन करता है।
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC)
- अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) आधुनिक ओलंपिक खेलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय, गैर-सरकारी शासी निकाय है।
- 1894 में पियरे डी कुबर्टिन और डेमेट्रियस विकेलस द्वारा स्थापित।
- स्विट्जरलैंड के लॉज़ेन में स्थित है।
- ग्रीष्मकालीन, शीतकालीन और युवा ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए जिम्मेदार है।
- राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों (NOC) और दुनिया भर में ओलंपिक आंदोलन के लिए शासी प्राधिकरण।
- ओलंपिक खेलों में शामिल सभी संस्थाओं और व्यक्तियों को मान्यता देता है।
- 2020 तक, 206 NOC को IOC द्वारा आधिकारिक रूप से मान्यता दी गई थी।
एशियाई ओलंपिक परिषद
एशियाई ओलंपिक परिषद (OCA) एशिया में खेलों के लिए शासी निकाय है, जिसके सदस्य 45 राष्ट्रीय ओलंपिक समितियाँ हैं। वर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष रणधीर सिंह हैं।
- एशियाई ओलंपिक परिषद की स्थापना 16 नवंबर, 1982 को नई दिल्ली में हुई थी।
- इसका मुख्यालय कुवैत में स्थित है।
- एशियाई ओलंपिक परिषद अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की देखरेख में काम करती है।
- एशियाई ओलंपिक परिषद के अंतर्गत पाँच उप-क्षेत्रीय परिषदें हैं:
- दक्षिण एशियाई खेल परिषद
- मध्य एशियाई खेल परिषद
- पूर्व एशियाई खेल परिषद
- दक्षिण पूर्व एशियाई खेल परिषद
- पश्चिम एशियाई खेल परिषद
ग्रीष्मकालीन ओलंपिक
- पहला आयोजन 1896 में एथेंस (यूनान) में हुआ।
- हर चार साल में एक बार आयोजित होते हैं।
- भारत ने 1900 में पेरिस ओलंपिक में सर्वप्रथम भाग लिया।
- भारत ने 1896,1904,1908,1912 के ओलम्पिक खेलों को छोड़कर सभी में भाग लिया है।
भारत ने ओलंपिक में अब तक 41 पदक (10 स्वर्ण, 10 रजत, 21 कांस्य) जीते हैं।
ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन
वर्ष | स्थान/खेल | पदक / उपलब्धियां |
1920 | एंटवर्प ओलंपिक | भारत ने पहली बार अपना दल भेजा। |
1928 | एम्स्टर्डम ओलंपिक | पहली बार हॉकी टीम ने भाग लिया। |
हॉकी में पहला स्वर्ण पदक, ध्यानचंद की कप्तानी में। | ||
1952 | हेलसिंकी ओलंपिक | हॉकी (स्वर्ण) और कुश्ती (कांस्य) में पदक। |
के. डी. जाधव ने कुश्ती में कांस्य पदक जीता। | ||
1956 | मेलबर्न ओलंपिक | एकमात्र पदक हॉकी में (स्वर्ण)। |
1960 | रोम ओलंपिक | हॉकी में रजत पदक। |
मिल्खा सिंह (भारतीय धावक) ने 400 मीटर की दौड़ में चौथे स्थान पर रहे। | ||
1980 | मॉस्को ओलंपिक | अंतिम स्वर्ण हॉकी में। |
1996 | अटलांटा ओलंपिक | लिएंडर पेस ने टेनिस में कांस्य। |
2000 | सिडनी ओलंपिक | कर्णम मल्लेश्वरी ने वेटलिफ्टिंग (54 kg) में कांस्य। |
2004 | एथेंस ओलंपिक | राज्यवर्धन सिंह राठौड ने शूटिंग में पदक जीता। |
2008 | बीजिंग ओलंपिक | 1 स्वर्ण, 2 कांस्य। |
अभिनव बिंद्रा – स्वर्ण पदक (शूटिंग) | ||
विजेंदर सिंह – कांस्य पदक (मुक्केबाज़ी) | ||
सुशील कुमार – कांस्य पदक (कुश्ती) | ||
2012 | लंदन ओलंपिक | 2 रजत, 4 कांस्य। |
विजय कुमार – रजत पदक (शूटिंग) | ||
सुशील कुमार – रजत पदक (कुश्ती) | ||
साइना नेहवाल – कांस्य पदक (बैडमिंटन) | ||
मैरीकॉम – कांस्य पदक (शूटिंग) | ||
गगन नारंग – कांस्य पदक (शूटिंग) | ||
योगेश्वर दत्त – कांस्य पदक (कुश्ती) | ||
2016 | रियो ओलंपिक | 1 रजत, 1 कांस्य। |
पी.वी. संधु – रजत पदक (बैडमिंटन) | ||
साक्षी मलिक – कांस्य पदक (कुश्ती) | ||
2020 | टोक्यो ओलंपिक | 1 स्वर्ण, 2 रजत, 4 कांस्य। |
नीरज चोपड़ा – स्वर्ण पदक (भाला फेंक) | ||
मीरा बाई चानू – रजत पदक (भारोत्तोलन) | ||
रवि कुमार दहिया – रजत पदक (कुश्ती) | ||
लवलीना बोरगोहेन – कांस्य पदक (मुक्केबाजी) | ||
बजरंग पूनिया – कांस्य पदक (कुश्ती) | ||
पी.वी. संधु – कांस्य पदक (बैडमिंटन) | ||
पुरुष हॉकी टीम – कांस्य पदक |
- 34वें (अगले) ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलों का आयोजन 2028 में किया जाएगा – लोस एंजिलिस, अमेरिका। (पेरिस की मेयर ने लोस एंजिलिस की मेयर को ओलम्पिक ध्वज देकर अगले गेम्स की मेजबानी सौंपी।)
- 32 वें (पिछले) ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेल का आयोजन किया गया – टोक्यो (जापान)
- ओलम्पिक खेल का आयोजन किया जाता है- प्रत्येक 4 साल बाद
- अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) के वर्तमान अध्यक्ष- थॉमस बाक
- अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति का मुख्यालय – ल्यूसाने, स्विट्जरलैंड
- ओलम्पिक खेलों को रेगुलेट करने वाली संस्था – IOC
पेरिस ओलम्पिक 2024
- उद्घाटन समारोह में भारतीय दल के ध्वजवाहक ओलम्पियन पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु व टेबिल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल थे।
- पेरिस ओलम्पिक में भारत के 117 खिलाडियों ने 16 खेलों में भाग लिया, जिसमें 47 महिला थी। (स्पोर्टिंग स्टाफ सहित 257 सदस्यीय दल भारत ने भेजा था)
- भारतीय दल के प्रमुख (Chef De Mission) निशानेबाज गगन नारंग थे।
- भारत ओलम्पिक के इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा दल लेकर गया था।
- केवल 6 पदक जीत पाए भारतीय खिलाड़ी जिसमे एक ही स्वर्ण पदक नहीं।
- लंदन व रियो के बाद पेरिस में भी नहीं आया एक भी स्वर्ण, पदक तालिका में हम पाकिस्तान से पीछे रहे।
- पदक तालिका में भारत का स्थान 71वाँ
- कुल पदक जीते – 6 (1 रजत व 5 कांस्य) जबकि टोक्यो में सर्वाधिक 7 पदक जीते थे)
- शूटिंग मे 3, हॉकी, रेसलिंग व एथलेटिक्स में 1-1 पदक जीते ।
- एथलेटिक्स में पहली बार लगातार 2 मेडल जीते।
भारत के पदक विजेता खिलाड़ी
नीरज चोपड़ा, पानीपत (हरियाणा) :
- रजत पदक, भाला फेंक (जैवलिन थ्रो)।
- 89.45 मीटर का थो करके रजत पदक जीता।
- नीरज लगातार 2 ओलम्पिक पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय एथलीट जबकि ट्रैक एंड इंवेट में 2 पदक जीतने वाले पहले एथलीट ।
- जबकि पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर की दूरी पर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता और नया विश्व रिकॉर्ड बनाया।
मनुभाकर, झज्जर (हरियाणा) :
- कांस्य पदक, शूटिंग 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा।
- ओलम्पिक में निशानेबाजी में पदक जीतने वाली मनु भाकर पहली भारतीय महिला बनी।
- मनु भाकर एक ओलम्पिक में दो पदक जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी।
- मनु भाकर ने दूसरा कांस्य पदक सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर मिश्रित टीम स्पर्धा में जीता।
- मनु भाकर और सरबजोतसिंह ने ओलम्पिक में भारत का पहला निशानेबाजी टीम पदक जीता।
अमन सहरावत, झज्जर (हरियाणा) :
- कुश्ती, कांस्य पदक।
- मेंस फ्री स्टाइल 57 किलो वर्ग में कांस्य पदक जीता।
- अमन ने प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज को 13-5 से हराकर मेडल जीता।
- भारत के सबसे कम उम्र के ओलम्पिक पदक विजेता।
सरबोत सिंह, अंबाला (पंजाब) :
- कांस्य पदक शूटिंग 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा।
- सरबजोत सिंह ने मनु भाकर के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इंवेट में भारत को दूसरा पदक दिलाया।
स्वपनिल कुसाले, पुणे (महाराष्ट्र) :
- शूटिंग, कांस्य पदक।
- 50 मीटर राइफल थ्रो पोजिशन स्पर्धा में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम :
- कांस्य पदक, स्पेन को 2-1 से हराकर।
- 1972 के बाद पहली बार भारत ने पुरुष हॉकी में।
- लगातार दो ओलम्पिक पदक जीते ।
- भारत ने 52 वर्षों में पहली बार ओलम्पिक में पुरूष हॉकी में ऑस्ट्रेलिया को हराया।
महत्वपूर्ण तथ्य
- समापन समारोह में भारतीय दल के ध्वज वाहक शूटर मनुभाकर व हॉकी खिलाड़ी (गोलकीपर) पीआर श्रीजेश थे।
- वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू 1 किलो वेट के अंतर से मेडल से चूक गई।
- विनेश फोगाट (कुश्ती) फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला रेसलर बनी लेकिन 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया।
- सबसे ज्यादा 24 खिलाड़ी हरियाणा के थे।
- राजस्थान के दो खिलाड़ियों ने ओलम्पिक में भाग लिया:
- माहेश्वरी चौहान, निशानेबाजी (उदयपुर)
- अनतजीत सिंह नरूका, निशानेबाजी (जयपुर)
- माहेश्वरी और अनंतजीत ने स्कीट मिश्रित टीम स्पर्धा में एकमात्र भारतीय जोड़ी के रूप में भाग लिया।
- नोट : इन्होंने कोई पदक नहीं जीता।
पैरालम्पिक्स
- पैरा-ओलंपिक एक अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता है जिसमें विभिन्न विकलांगताओं वाले खिलाड़ी भाग लेते हैं।
- इसकी शुरुआत 1948 में डॉ. गुटमैन द्वारा लंदन ओलंपिक के दौरान हुई ‘स्टोक मेंडेविल गेम्स’ से हुई, जो 1960 में पहले पैरा-ओलंपिक खेलों में परिवर्तित हुई।
- 1960 में प्रथम पैरा ओलंपिक खेल आयोजित हुए, जिसमें 23 देशों के 400 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
- भारत ने 1968 (इजरायल) में पहली बार पैरा-ओलंपिक में भाग लिया, लेकिन बिना पदक के लौटा।
पैरा ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ी
स्थान, वर्ष | एथलीट का नाम | खेल | पदक |
इजराइल, 1972 | मुरलीकांत पेटकर | तैराकी | स्वर्ण |
न्यू यॉर्क, अमेरिका, 1984 | भीमराव केशरकर | भाला फेंकना | रजत |
जगिंदर सिंह बेदी | शॉट पुट | रजत | |
जगिंदर सिंह बेदी | भाला फेंकना | कांस्य | |
जगिंदर सिंह बेदी | डिस्कस फेंकना | कांस्य | |
एथेंस, ग्रीस, 2004 | देवेंद्र झाझरिया | भाला फेंकना | स्वर्ण |
राजिंदर सिंह राहेलू | भारोत्तोलन | कांस्य | |
लंदन, यूके, 2012 | गिरिशा नागराजेगोवड़ा | ऊँचाई कूद | रजत |
रियो डे जनेरियो, 2016 | देवेंद्र झाझरिया | भाला फेंकना | स्वर्ण |
मरियप्पन थंगावेलु | ऊँचाई कूद | स्वर्ण | |
दीप मलिक | शॉट पुट | रजत | |
वरुण भाटी | ऊँचाई कूद | कांस्य | |
टोक्यो, जापान, 2020 | अवनी लेखरा | शूटिंग | स्वर्ण |
सुमित अंतिल | भाला फेंकना | स्वर्ण | |
मनीष नारवाल | शूटिंग | स्वर्ण | |
प्रमोद भगत | बैडमिंटन | स्वर्ण | |
कृष्ण नागर | बैडमिंटन | स्वर्ण | |
भविना पटेल | टेबल टेनिस | रजत | |
निशाद कुमार | ऊँचाई कूद | रजत | |
योगेश काथुनिया | डिस्कस फेंकना | रजत | |
देवेंद्र झाझरिया | भाला फेंकना | रजत | |
मरियप्पन थंगावेलु | ऊँचाई कूद | रजत | |
प्रवीण कुमार | शूटिंग | रजत | |
सिंहराज अधाना | बैडमिंटन | रजत | |
सुहास यथिराज | शूटिंग | रजत | |
सुंदर सिंह गुर्जर | भाला फेंकना | कांस्य | |
सिंहराज अधाना | शूटिंग | कांस्य | |
शारद कुमार | ऊँचाई कूद | कांस्य | |
अवनी लेखरा | शूटिंग | कांस्य | |
हरविंदर सिंह | तीरंदाजी | कांस्य | |
मनोज सरकार | बैडमिंटन | कांस्य |
17वां ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक्स, 2024
- खेल का शीर्षक: 2024 17वां ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक्स
- मेजबान शहर : पेरिस (फ्रांस)
- सम्मिलित राष्ट्र : 169 (एनपीए और आरपीटी टीम सहित)
- प्रतिस्पर्द्धाएँ : 22 खेलों के 549 ईवेंट
- शुभारम्भ : 28 अगस्त, 2024
- समापन : 8 सितम्बर, 2024
- शुभंकर : फ्रीजेस (The Phryges)
- ध्येय वाक्य (Motto): ‘गेम्स वाइड ओपन’ (French: Ouvrons Grand les Jeux)
- उद्घाटन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक : भाग्यश्री जाधव और सुमित अंतिल
- समापन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक : प्रीति पाल और हरविंदर सिंह
- पदक तालिका में शीर्ष स्थान : चीन (94 स्वर्ण, 76 रजत, 50 कांस्य; कुल 220 पदक)
- भारत का पदक तालिका में स्थान : 18वाँ (7 स्वर्ण, 9 रजत, 13 कांस्य)
प्रमुख बिंदु
- शारीरिक रूप से अशक्त खिलाड़ियों के 17वें ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक खेलों का आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में 28 अगस्त से 8 सितम्बर, 2024 को किया गया।
- पैरालम्पिक खेलों के 16वें संस्करण का आयोजन टोक्यो (जापान) में 24 अगस्त से 5 सितम्बर, 2021 को किया गया था।
- फ्रांस ने पैरालम्पिक खेलों की मेजबानी दूसरी बार की है। इससे पहले वर्ष 1992 में इनका आयोजन फ्रांस के टिग्नेस और अल्बर्टविले में किया गया था।
- खेल स्पर्द्धाएँ व प्रतिभागी इस पैरालम्पिक में शरणार्थी पैरालम्पिक टीम और रशियन ओलम्पिक समिति सहित 169 देशों के 4463 पैराएथलीट्स ने 22 खेलों की 549 स्पर्द्धाओं में भाग लिया।
- 17वें ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक खेलों में चीन सर्वाधिक पदक और स्वर्ण पदक जीतकर पदक तालिका में शीर्ष स्थान पर रहा।
- चीन के खिलाडियों ने इन खेलों में कुल 220 पदक जीते, जिनमें 94 स्वर्ण पदक, 76 रजत पदक और 50 कांस्य पदक शामिल हैं।
- चीन के बाद ग्रेट ब्रिटेन (कुल पदक 124) और अमेरिका (कुल पदक 105) पदक तालिका में शीर्ष दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे।
- टोक्यो पैरालम्पिक में भी ये ही देश पदक तालिका में इसी क्रम में शीर्ष तीन में शामिल थे।
पेरिस पैरालम्पिक 2024 में भारत
- पेरिस पैरालम्पिक 2024 में भारत के 84 पैराएथलीटों (अब तक के सर्वाधिक) ने 12 खेलों में भाग लिया।
- टोक्यो पैरालम्पिक में भारत के 54 सदस्यीय दल ने 9 खेलों में भाग लिया था।
- उद्घाटन एवं समापन समारोह :
- पेरिस पैरालम्पिक खेलों का उद्घाटन समारोह फ्रांसीसी क्रान्ति के साक्षी चैंम्स-एलिसीज (Champs-Élysées) और प्लेस डे ला कॉनकार्ड (Place de la Concorde) पर 28 अगस्त, 2024 को आयोजित किया गया।
- खेलों का समापन समारोह ‘स्टेड डी फ्रांस’ (Stade de France) स्टेडियम में 8 सितम्बर, 2024 को सम्पन्न हुआ। इस भव्य समारोह का शीर्षक ‘पेरिस इज ए पार्टी’ (Paris) is a Party) रखा गया।
- पेरिस पैरालम्पिक भारतीय ध्वजवाहक भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल और शॉटपुट खिलाड़ी भाग्यश्री जाधव संयुक्त रूप से उद्घाटन समारोह में भारतीय दल के ध्वजवाहक थे।
- तीरंदाज हरविंदर सिंह और स्प्रिंटर प्रीति पाल पेरिस पैरालम्पिक 2024 समापन समारोह में भारत के ध्वजवाहक के रूप में शामिल हुए।
- भारतीय पैरा-एथलीटों ने पेरिस पैरालम्पिक 2024 में तीन नए खेलों पैरा साइकिलिंग, पैरा रोइंग, और ब्लाइंड जूडो में हिस्सा लिया।
- 17वें ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक खेलों में भारत अब तक के सर्वाधिक 29 पदक जीतकर पदक तालिका में 18वें स्थान पर रहा।
- टोक्यो पैरालम्पिक में भारत 19 पदकों (5) स्वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्य पदक) के साथ पदक तालिका में 24 वें स्थान पर था।
पेरिस पैरालम्पिक 2024 में भारत के पदक विजेता
अवनी लेखरा :
- 17 वें ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक खेलों में भारत के लिए पहला पदक (स्वर्ण) टोक्यो ओलम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता राजस्थान की अवनी लेखरा ने जीता।
- अवनी ने 10 मी. एयर राइफल की SHI कैटेगरी में 249.7 स्कोर कर पैरालम्पिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता।
- इस स्पर्द्धा का रजत पदक कोरिया की युनरी ली ने जीता, जबकि कांस्य पदक भारत (राजस्थान) की ही मोना अग्रवाल ने 228.7 स्कोर के साथ अपने नाम किया।
- SH-1 शूटिंग स्पर्द्धा में अपने खिताब को डिफेंड कर अवनि लेखरा पैरालम्पिक खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।
सुमित अंतिल :
- सुमित ने पेरिस में भाला फेंक F64 वर्ग में स्वर्ण जीतकर अपने टोक्यो खिताब का सफलतापूर्वक बचाव किया।
- सुमित अंतिल और अवनि लेखरा अपने स्वर्ण पदक खिताब बचाने वाले पहले भारतीय पुरुष व महिला खिलाड़ी बन गए हैं।
नवदीप सिंह :
- भारत के नवदीप सिंह ने पुरुषों की भाला फेंक F-41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
- यद्यपि नवदीप ने इस श्रेणी में रजत पदक जीता था, किन्तु 47.64 मीटर का थ्रो करने वाले ईरान के सादेग बेत सयाह के डिस्क्वालीफाई हो जाने के कारण उन्हें स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।
मरियप्पन थंगावेलु :
- पैरा-एथलीट मरियप्पन थंगावेलु लगातार तीन पैरालम्पिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय पैरा एथलीट बने हैं।
- उन्होंने ऊँची कूद T 42 वर्ग स्पर्द्धा में रियो 2016 में स्वर्ण पदक, टोक्यो 2020 में रजत और पेरिस 2024 में कांस्य पदक जीता।
- भारत पहली बार पैरालम्पिक के एक ही संस्करण में एथलेटिक्स स्पर्द्धा में स्वर्ण और रजत पदक जीतने में सफल रहा।
धरमबीर सिंह:
- पुरुषों की क्लब थ्रो F 51 स्पर्द्धा में धरमबीर ने 34.92 मीटर का नया एशियाई रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता।
प्रणव सूरमा :
- पुरुषों की क्लब थ्रो F 51 स्पर्द्धा में ही प्रणव सूरमा ने रजत पदक जीता।
हरविंदर सिंह :
- समापन समारोह में भारत के ध्वजवाहक हरविंदर सिंह पैरालम्पिक खेलों में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज बने।
प्रीति पाल :
- दूसरी ध्वजवाहक प्रीति पाल पैरालम्पिक में ट्रैक और फील्ड स्पद्धां में दो पदक (कांस्य )(100 मी. और 200 मी. T35) जीतने वाली पहली भारतीय महिला पैरा-एथलीट है।
नितेश कुमार :
- नितेश ने बैडमिंटन में पुरुष एकल SL3 में स्वर्ण पदक जीता।
प्रवीण कुमार :
- एथलेटिक्स प्रवीण कुमार ने पुरुष हाई जंप T 64 में स्वर्ण पदक जीता।
मनीष नरवाल :
- शूटिंग में पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 में रजत पदक जीता।
निषाद कुमार : ए
- थलेटिक्स निषाद कुमार ने पुरूष हाई जंप T 47 में रजत पदक जीता।
योगेश कथुनिया :
- एथलेटिक्स योगेश ने पुरूष डिस्कस थ्रो F 56 में रजत पदक जीता।
तुलसीमति मुरुगेसन :
- बैडमिंटन में महिला एकल SU5 में रजत पदक जीता।
शरद कुमार :
- एथलेटिक्स शरद कुमार ने पुरुष ऊँची कूद T63 में रजत पदक जीता।
अजीत सिंह यादव :
- भाला फेंक में F-46 स्पर्द्धा (पुरुष) में रजत पदक जीता।
सुहास यथिराज :
- बैडमिंटन में पुरूष एकल SL4 में रजत पदक जीता।
सचिन सरजेराव :
- एथलेटिक्स सचिन ने शॉर्टपुट F46 (पुरुष) में रजत पदक जीता।
मोना अग्रवाल :
- शूटिंग में महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 में कांस्य।
रुबीना फ्रांसिस :
- शूटिंग में महिला 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 में कांस्य।
मनीषा रामदास :
- बैडमिंटन में महिला एकल SU5 में कांस्य।
राकेश कुमार / शीतल देवी :
- आर्चरी राकेश कुमार / शीतल देवी ने मिश्रित टीम कंपाउंड ओपन में कांस्य।
निथ्या श्री सिवान :
- बैडमिंटन में महिला एकल SH6 में कांस्य।
सुंदर सिंह गुर्जर :
- भाला फेंक में F-46 स्पर्द्धा (पुरुष) में कांस्य।
दीप्ति जीवनजी :
- एथलेटिक्स दीप्ति ने 400 मीटर टी20 स्पर्धा में कांस्य जीता ।
कपिल परमार :
- जुडो में J1-60 किग्रा श्रेणी में कांस्य।
सिमरन शर्मा :
- एथलेटिक्स सिमरन को 200 मीटर T12 (महिला) में कांस्य।
होकातो होतोझे सेमा :
- एथलेटिक्स में शॉटपुट F57 (पुरुष) में कांस्य।
- इस प्रकार भारत पैरालम्पिक खेलों में अब तक कुल 60 पदक जीत चुका है, जिनमें 16 स्वर्ण, 21 रजत तथा 23 कांस्य पदक शामिल हैं।
- आगामी ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक 18वाँ ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक वर्ष 2028 में संयुक्त राज्य अमेरिका के लॉस एंजिल्स शहर में आयोजित किया जाएगा।
शीतकालीन पैरा-ओलंपिक
- अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने वर्तमान में 28 पैरा-ओलंपिक गेम्स को मान्यता प्रदान कर रखी हैं जिनमें से 22 गेम्स ग्रीष्मकालीन पैरा-ओलंपिक में तथा 6 प्रकार के गेम्स शीतकालीन पैरा-ओलंपिक में खेले जाते हैं।
- शीतकालीन पैरा-ओलंपिक में खेले जाने वाले गेम्स –
- पैरा अल्पाइन स्कीइंग
- पैरा बाइथलॉन
- पैरा क्रॉस कंट्री स्कीइंग
- पैरा आइस हॉकी
- पैरा स्रोबोर्ड
- व्हीलचेयर कर्लिंग
- शीतकालीन पैरा-ओलंपिक खेल एक अंतर्राष्ट्रीय बहु-खेल प्रतियोगिता है जहां शारीरिक रूप से विकलांग खिलाड़ी बर्फीले खेलों में प्रतिस्पर्धा करते हैं। भारत ने इस प्रतिस्पर्धा में अब तक हिस्सा नहीं लिया है।
- 13वें शीतकालीन पैरा-ओलंपिक खेल, 2022 का आयोजन 4 से 13 मार्च, 2022 को बीजिंग में हुआ था।
एशियाई खेल
- एशियाई खेलों को ओलंपिक के बाद दुनिया में दूसरे सबसे महत्वपूर्ण मल्टी-स्पोर्ट इवेंट के रूप में जाना जाता है।
- वे हर चार साल में आयोजित होने वाली एक बहु-खेल प्रतियोगिता हैं, जो विशेष रूप से विभिन्न एशियाई देशों के एथलीटों के लिए होती है।
- एशियाई खेलों को एशियाड भी कहा जाता है।
- इस आयोजन को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की देखरेख में एशियाई ओलंपिक परिषद द्वारा विनियमित किया जाता है।
- पहले एशियाई खेल 1951 में नई दिल्ली में आयोजित किए गए थे। भारत ने 1982 में फिर से इन खेलों की मेज़बानी की।
- एशियाई खेलों का नवीनतम संस्करण 2018 में इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में हुआ।
- 2022 के एशियाई खेल चीन के हांग्जो में आयोजित होने वाले थे, लेकिन चीन में COVID-19 मामलों में वृद्धि के कारण स्थगित कर दिए गए।
19वें एशियाई खेल, 2023
- भारत की एशियाई खेलों 2023 की पदक तालिका 107 पदक है – 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य।
- 655 सदस्यीय भारतीय दल ने 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझू में एशियाई खेल 2023 में भाग लिया।
- राजस्थान के 23 खिलाड़ी
- दिव्यांश सिंह पंवार- 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में स्वर्ण
- सचिन तंवर-कबड्डी
- दिव्यकीर्ति सिंह- घुड़सवारी ड्रेसाज टीम गेम
- निधि शर्मा, शुष्मा शर्मा, साक्षी कुमारी, मुस्कान मलिक-कबड्डी
शीतकालीन एशियाई खेल
- शीतकालीन एशियाई खेल एशियाई ओलंपिक परिषद के सदस्य देशों के लिए हर चार साल में आयोजित होने वाला एक अंतरराष्ट्रीय मल्टी-स्पोर्ट इवेंट है, जिसमें मुख्य रूप से शीतकालीन खेल (जैसे आइस हॉकी, स्नोबोर्डिंग, अल्पाइन स्कीइंग, आदि) शामिल हैं।
- जापानी ओलंपिक समिति ने पहली बार 1982 में एशियाई खेलों के शीतकालीन संस्करण की मेजबानी का प्रस्ताव रखा था और जापान ने अंततः 1986 में पहले शीतकालीन एशियाई खेलों की मेजबानी की।
- 8वें शीतकालीन एशियाई खेल फरवरी 2017 में जापान में आयोजित किए गए थे।
- 9वें शीतकालीन एशियाई खेल 2029 में सऊदी अरब के ट्रोजेना में होने वाले हैं।
पैरा एशियाई खेल
- सुंदर सिंह गुर्जर-
- करौली
- स्वर्ण- भाला फेंक (विश्व रिकॉर्ड- 68.60 मीटर)
- पैरालंपिक भाला फेंक खिलाड़ी, शॉट पुटर और डिस्कस थ्रोअर F46 स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
- टोक्यो 2020 पैरालिंपिक- पुरुषों की भाला F46 स्पर्धा में कांस्य पदक।
- पैरा-एथलेटिक्स के लिए अर्जुन पुरस्कार
- अवनि लेखरा-
- जयपुर
- स्वर्ण- 10 मीटर एयर राइफल
- 2020 ग्रीष्मकालीन पैरालिंपिक – 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग में स्वर्ण पदक और 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में कांस्य पदक
- महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 में दुनिया में प्रथम (विश्व शूटिंग पैरा स्पोर्ट रैंकिंग)[जनवरी, 2023]
- राजीव गांधी खेल रत्न, 2021
- राजस्थान सरकार द्वारा सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) के पद पर आउट ऑफ टर्न नियुक्ति।
- निमिषा सुरेश-
- स्वर्ण
- लॉन्ग जंप या लंबी कूद
- दर्पण इनानी
- उदयपुर
- स्वर्ण
- शतरंज (टीम)
दक्षिण एशियाई खेल
- दक्षिण एशियाई खेल (जिन्हें पहले SAF गेम्स -दक्षिण एशियाई महासंघ खेलों के नाम से जाना जाता था) विशेष रूप से दक्षिण एशियाई देशों (भारत, भूटान, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, मालदीव, श्रीलंका, आदि) के एथलीटों के लिए एक बहु-खेल प्रतियोगिता है।
- इन खेलों के लिए शासी निकाय, दक्षिण एशियाई खेल परिषद, 1983 में स्थापित की गई थी, जो एशियाई ओलंपिक परिषद के तत्वावधान में संचालित होती है।
- इन खेलों को पिछले चार वर्षों में लगातार आयोजित नहीं किया गया।
- भारत ने अभी तक शीतकालीन एशियाई खेलों में भाग नहीं लिया।
- 13वें दक्षिण एशियाई खेल 2019 में नेपाल के काठमांडू में आयोजित किए गए, जहाँ भारत ने 174 स्वर्ण, 93 रजत और 45 कांस्य पदक सहित कुल 312 पदकों के साथ पहला स्थान हासिल किया।
- अफगानिस्तान ने हाल ही में दक्षिण एशियाई खेल परिषद को छोड़कर मध्य एशियाई खेल परिषद का सदस्य बनने का फैसला किया है।
- दक्षिण एशियाई खेलों का 14वां संस्करण 2025 में पाकिस्तान में आयोजित किया जाना प्रस्तावित है।
राष्ट्रमंडल खेल व खिलाड़ी
- राष्ट्रमंडल खेल एक अंतरराष्ट्रीय मल्टी-स्पोर्ट इवेंट है जिसमें राष्ट्रमंडल देशों के एथलीट शामिल होते हैं।
- पहला आयोजन 1930 में हुआ था, और तब से यह हर चार साल में आयोजित किया जाता है।
- 1930 से 1950 तक, खेलों को ब्रिटिश साम्राज्य खेलों के रूप में जाना जाता था; 1954 से 1966 तक, उन्हें ब्रिटिश साम्राज्य और राष्ट्रमंडल खेल कहा जाता था; और 1970 से 1974 तक, उन्हें ब्रिटिश राष्ट्रमंडल खेल कहा जाता था। 1978 में नाम बदलकर राष्ट्रमंडल खेल कर दिया गया।
- राष्ट्रमंडल खेलों का प्रारंभिक विचार एशले कूपर द्वारा प्रस्तावित किया गया था, और वे आधिकारिक तौर पर 1930 में हैमिल्टन, कनाडा में शुरू हुए।
- भारत ने पहली बार 1934 में लंदन में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लिया।
- राष्ट्रमंडल खेलों के लिए शासी निकाय राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (CGF) है।
राष्ट्रमंडल खेल महासंघ
- यह राष्ट्रमंडल खेलों और राष्ट्रमंडल युवा खेलों के लिए अंतरराष्ट्रीय शासी निकाय है, जिसका मुख्यालय लंदन, इंग्लैंड में है।
डेविड डिक्सन पुरस्कार
- यह पुरस्कार प्रत्येक राष्ट्रमंडल खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एथलीट को उनके प्रदर्शन, खेल भावना और अपनी टीम के प्रति समग्र योगदान के आधार पर दिया जाता है।
- राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के पूर्व मानद सचिव डेविड डिक्सन के नाम पर यह पुरस्कार 2006 में भारतीय निशानेबाज समरेश जंग को दिया गया था।
28 जुलाई से 8 अगस्त, 2022 तक इंग्लैंड के बर्मिंघम में आयोजित 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रदर्शन:
- कुल पदक: 61
- स्वर्ण: 22
- रजत: 16
- कांस्य: 23
- कुल रैंक: 4वां
उल्लेखनीय उपलब्धियाँ:
- पी. वी. सिंधु:
- पदक: स्वर्ण
- पिछले पदक: महिला एकल में कांस्य (2014), रजत (2018)।
- लक्ष्य सेन:
- पदक: पुरुष एकल में स्वर्ण।
- सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी:
- पदक: पुरुष युगल में स्वर्ण।
- पिछली उपलब्धियाँ: शेट्टी ने मिश्रित टीम स्वर्ण (2018) और पुरुष युगल रजत (2018) जीता; अर्जुन पुरस्कार (2020) से सम्मानित।
- श्रीकांत किदांबी:
- पदक: पुरुष एकल में कांस्य।
- पिछला पदक: स्वर्ण (2018)।
- तेजस्विन शंकर:
- उपलब्धि: ऊंची कूद में राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय
विविध

38वें राष्ट्रीय खेल
- उत्तराखंड में आयोजित।
- 28 जनवरी से 14 फरवरी, 2025 तक
- प्रथम – सर्विसेज: 68 स्वर्ण, 26 रजत, 27 कांस्य (कुल 121)
- द्वितीय – महाराष्ट्र: 54 स्वर्ण, 71 रजत, 76 कांस्य (कुल 201)
- तृतीय – हरियाणा: 48 स्वर्ण, 47 रजत, 58 कांस्य (कुल 153)
- सर्वश्रेष्ठ पुरुष एथलीट – सावन बरवाल
- 5000 मीटर और 10,000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक
- सर्वश्रेष्ठ महिला एथलीट- धिनिधि देसिंघु
- 9 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य पदक- तैराकी
- 3 खेलों के रिकॉर्ड और 5 व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड तोड़े।
- मेजबान राज्य उत्तराखंड ने 24 स्वर्ण, 35 रजत और 44 कांस्य पदक (कुल 103) के साथ 7वां स्थान हासिल किया
- राजस्थान ने कुल 43 पदकों के साथ 15वां स्थान हासिल किया – 9 स्वर्ण, 11 रजत, 23 कांस्य
- शुभंकर: खेलों का शुभंकर “मौली” था, जो उत्तराखंड के राज्य पक्षी, हिमालयन मोनाल से प्रेरित था।
- ओलंपिक मशाल: खेलों के लिए आधिकारिक ओलंपिक मशाल का नाम “तेजस्विनी” रखा गया।
- लोगो: खेलों का आधिकारिक लोगो दिसंबर 2024 में अनावरण किया गया, जो उत्तराखंड की भावना और सांस्कृतिक पहचान का प्रतिनिधित्व करता है
37वें राष्ट्रीय खेल
- गोवा में आयोजित किया गया
- महाराष्ट्र 228 पदकों के साथ शीर्ष पर रहा
- सर्विसेज 126 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं
- राजस्थान- 65 मेडल के साथ 13वें स्थान पर
- श्रीहरि नटराज (8 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य) –
- ओलंपिक तैराक
- सर्वश्रेष्ठ पुरुष एथलीट
- संयुक्ता प्रसेन काले और प्रणति नायक (प्रत्येक में 4 स्वर्ण और 1 रजत) –
- जिम्नास्ट
- सर्वश्रेष्ठ महिला एथलीट
दक्षिण एशियाई युवा खेल
- श्रीलंका
- राजस्थान के खिलाड़ी
- हिम्मत सिंह राठौड़ – मार्शल आर्ट (जीत कुन दो)
- भानु सिंह शेखावत- शॉट पुट
- अंजू चौधरी – 1500 मीटर दौड़
राजीव गांधी ओलंपिक 2023
राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक खेल-2023 -5 अगस्त, 2023 को जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में शुरू हुए। इन खेलों का उद्देश्य खेलों को बढ़ावा देना है और इन्हें हर साल आयोजित किया जाएगा, इस उम्मीद के साथ कि प्रतिभागी भविष्य में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतेंगे।
कार्यक्रम की मुख्य बातें:
- ग्रामीण खेल: कबड्डी, शूटिंग बॉल, टेनिस बॉल क्रिकेट, खो-खो, वॉलीबॉल, फुटबॉल, रस्साकशी।
- शहरी खेल: कबड्डी, टेनिस बॉल क्रिकेट, खो-खो, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स, फुटबॉल, बास्केटबॉल।
- जोधपुर में राज्य स्तरीय टूर्नामेंट आयोजित
- हनुमानगढ़- अधिकतम पदक।
राजस्थान प्रीमियर लीग
- राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा
- शुरुआत-बरकतुल्लाह खान स्टेडियम, जोधपुर
- समापन- एसएमएस स्टेडियम
- जयपुर इंडियंस ने जोधपुर सनराइजर्स को हराया
- ब्रांड एंबेसडर- कपिल देव
- ‘चलेगा बल्ला तो मचेगा हल्ला’
2025 पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वाली खेल हस्तियाँ
पद्म पुरस्कार भारत की नागरिक पुरस्कार प्रणाली में एक विशिष्ट पदानुक्रम का पालन करते हैं:
- पद्म विभूषण “असाधारण और विशिष्ट सेवा” के लिए दिया जाता है और यह भारत में दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है।
- पद्म भूषण “उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा” को मान्यता देता है और यह तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।
- पद्म श्री “विशिष्ट सेवा” को मान्यता देता है और यह देश का चौथा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है।
पीआर श्रीजेश: पद्म भूषण
- दिग्गज हॉकी गोलकीपर
- मेजर ध्यानचंद के बाद यह सम्मान पाने वाले दूसरे हॉकी खिलाड़ी
- 18 साल का करियर जिसमें 336 अंतरराष्ट्रीय मैच शामिल हैं
- श्रीजेश ने टोक्यो 2020 और पेरिस 2024 ओलंपिक में भारत की ऐतिहासिक कांस्य पदक जीत में अहम भूमिका निभाई
- वह दो एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टीमों का भी हिस्सा थे
रविचंद्रन अश्विन: पद्म श्री
- दिग्गज ऑफ स्पिनर
- 106 मैचों में 537 विकेट लेकर भारत के दूसरे सबसे ज़्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज
- टेस्ट प्रारूप में 3,503 रन और छह शतक
- 116 वनडे में 156 विकेट और 65 टी20 में 72 विकेट हासिल किए
- भारत की 2011 वनडे विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीत में अहम भूमिका निभाई
हरविंदर सिंह: पद्म श्री
- पैरा-तीरंदाज
- उन्होंने तीरंदाजी में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया पैरालंपिक खेल 2024
इनिवलप्पिल मणि विजयन: पद्म श्री
- पूर्व भारतीय फुटबॉल कप्तान
- विजयन ने 1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में बाइचुंग भूटिया के साथ स्ट्राइकर के रूप में खेला, और खुद को भारत के फुटबॉल दिग्गजों में से एक के रूप में स्थापित किया
- विजयन को 2003 में अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया
सत्यपाल सिंह: पद्म श्री
- प्रसिद्ध पैरा-एथलेटिक्स कोच
- टारगेट ओलंपिक मेडल स्पोर्ट्स अकादमी के प्रमुख के रूप में, देश में पैरालंपिक प्रतिभाओं को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
- उनकी कोचिंग विशेषज्ञता ने हाई-जंपर प्रवीण कुमार को पेरिस पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने में मदद की।