This is Day 46 | 90 Days RAS Mains 2025 Answer Writing, We will cover the whole RAS Mains 2025 with this 90-day answer writing program
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GS Answer Writing – आर्थिक गतिविधियों में सरकार की भूमिका | निजी, सार्वजनिक और मेरिट वस्तुएं | सामाजिक क्षेत्र- गरीबी, बेरोजगारी और असमानता। स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा नीति | प्रभावी नियामक की समस्या। आर्थिक विकास में राज्य की भूमिका को पुनर्भाषित करना और रोजगार उन्मुख वृद्धि व्यूह रचना । Letter and Report
- घोषणा: राजस्थान बजट 2024-25 में पेश किया गया, 1 अगस्त 2024 से लागू
- लाभ: गरीब परिवारों की लड़की के जन्म पर 1,00,000 रु. का बचत बॉन्ड प्रदान करता है।
- उद्देश्य: लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना, उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों का मुकाबला करना।
बहुआयामी गरीबी सूचकांक ऑक्सफोर्ड गरीबी व मानव विकास पहल व संयुक्त राष्ट विकास कार्यक्रम द्वारा जारी किया जाता है।
बहुआयामी गरीबी सूचकांक के मापन हेतु तरीकें
- MPI हेतु गरीबी मापन के तीन आयाम है।:- स्वास्थ्य ,शिक्षा, जीवन स्तर ।
- प्रत्येक स्तर को समान ⅓ भार दिया गया है ।
- प्रत्येक आयाम पुनः अन्य संकेतकों मे विभाजित किए जाते है। जैसे:-
एक व्यक्ति बहुआयामी रूप से गरीब समझा जाता है यदि वह संकेतको के कम से कम ⅓ भाग से वंचित है।
भारत की बहुआयामी गरीबी सूचकांक (MPI) 2024 में स्थिति
- भारत की 16.4% जनसंख्या (लगभग 23.37 करोड़ लोग) बहुआयामी रूप से गरीब हैं।
- 18.7% जनसंख्या (लगभग 26.64 करोड़ लोग) बहुआयामी गरीबी के जोखिम में हैं।
- MPI मान (Value): 0.069
प्रगति (2005–2024): वर्ष 2005 में 55% लोग बहुआयामी गरीबी में थे। 2005–06 से 2019–21 के बीच लगभग 41.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले, जो विश्व स्तर पर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
SDG लक्ष्य 3 के अनुसार, “सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए स्वस्थ जीवन और कल्याण को बढ़ावा देना” वैश्विक प्राथमिकता है। इसी क्रम में, भारत सरकार ने समावेशी, सुलभ, किफायती तथा गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ सुनिश्चित करने हेतु अनेक नवाचारपरक योजनाओं को लागू किया है।
प्रमुख स्वास्थ्य योजनाएँ:
1. आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY):
- विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना
- प्रति परिवार ₹5 लाख तक का बीमा (माध्यमिक व तृतीयक उपचार हेतु)
- बजट 2024–25 में 70 वर्ष व उससे अधिक आयु के सभी नागरिकों को योजना में शामिल किया गया
2. आयुष्मान आरोग्य मंदिर (पूर्व में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर):
- 1.75 लाख से अधिक केंद्र
- निःशुल्क जांच, दवाएँ, मातृ-शिशु स्वास्थ्य, NCD स्क्रीनिंग
3. जननी सुरक्षा योजना:
- संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी
4. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना:
- गर्भावस्था एवं शिशु पालन अवधि में वेतन क्षति की भरपाई हेतु आर्थिक सहायता
5. सुरक्षित मातृत्व आश्वासन (SUMAN):
- शून्य रोके जा सकने वाली मातृ एवं नवजात मृत्यु सुनिश्चित करना
6. ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा:
- डिजिटल स्वास्थ्य की ओर एक कदम
- 31 करोड़ से अधिक परामर्श, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टर-से-डॉक्टर व डॉक्टर-से-रोगी संपर्क
7. SAANS अभियान:
- निमोनिया से बाल मृत्यु को कम करने हेतु (प्रारंभ: नवम्बर 2019)
8. जन औषधि योजना:
- 14,000+ केंद्रों के माध्यम से सस्ती जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता
9. प्रधानमंत्री TB मुक्त भारत अभियान (2022):
- वर्ष 2025 तक टीबी समाप्ति का लक्ष्य
10. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम:
- जिला अस्पतालों में किफायती डायलिसिस सुविधा
11. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना:
- महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य हेतु स्वच्छ ईंधन (LPG) की सुविधा
12. POSHAN अभियान:
- कुपोषण, कम वजन, एनीमिया में वार्षिक 2-3% कमी का लक्ष्य
13. एनीमिया मुक्त भारत रणनीति:
- छह लाभार्थी आयु वर्ग में एनीमिया की रोकथाम हेतु
14. मिशन इंद्रधनुष (2014):
- 11 रोगों के विरुद्ध टीकाकरण
- FY24 में 93.5% टीकाकरण कवरेज प्राप्त
15. अन्य विधिक एवं नीतिगत पहलें:
- मातृत्व लाभ अधिनियम – 6 माह का सवेतन मातृत्व अवकाश
- गर्भपात संशोधन अधिनियम 2021
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 201
- मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम 2017
- एचआईवी/एड्स रोकथाम एवं नियंत्रण अधिनियम 2017
- राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम 2014
- स्वच्छ भारत अभियान 2014
- नेशनल टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (Tele-MANAS)
- राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस
16. आयुष्मान भारत – डिजिटल मिशन:
- देश की एकीकृत डिजिटल स्वास्थ्य संरचना को समर्थन देने हेतु
17. आयुष्मान भारत – स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (2021):
- प्राथमिक, माध्यमिक एवं तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य व्यवस्था को महामारी/आपदा उत्तरदायी बनाना
स्वास्थ्य क्षेत्र में समग्र सुधार
- कुल प्रजनन दर (Total fertility rate): 2.2 (NFHS-4) से घटकर 2.0 (NFHS-5)
- स्वास्थ्य बीमा कवरेज (Health Insurance Coverage): 28.7% (NFHS-4) से बढ़कर 41.0% (NFHS-5)
- संस्थागत प्रसव (Institutional births): 78.9% (NFHS-4) से बढ़कर 88.6% (NFHS-5)
- शिशु मृत्यु दर (Infant mortality rate): 40.7 प्रति 1000 (NFHS-4) से घटकर 35.2 प्रति 1000 (NFHS-5)
- पाँच वर्ष से कम उम्र के स्टंटेड बच्चे (Height-for-age): 38.4% (NFHS-4) से घटकर 35.5% (NFHS-5)
- पाँच वर्ष से कम उम्र के वेस्टेड बच्चे (Weight-for-height): 21.0% (NFHS-4) से घटकर 19.3% (NFHS-5)
- सरकारी स्वास्थ्य व्यय (Government Health Expenditure – GHE): कुल स्वास्थ्य व्यय में 48% का हिस्सा – आउट-ऑफ-पॉकेट खर्च पर निर्भरता में कमी
- आउट-ऑफ-पॉकेट खर्च (OOPE): FY15 में 62.6% से घटकर FY22 में 39.4% – नागरिकों को वित्तीय सुरक्षा में वृद्धि
- AI और तकनीकी एकीकरण:
- राजस्थान में सिलिकोसिस स्क्रीनिंग
- पूर्वोत्तर भारत में ड्रोन के माध्यम से दवा आपूर्ति – अंतिम छोर तक स्वास्थ्य सेवा पहुँच में सुधार
निष्कर्ष:गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश का पूर्ण दोहन करने और अमृत काल के अगले 25 वर्षों में सतत प्रगति सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत आवश्यक है।
Paper 4 (Comprehension part) – Translation
ANS
- Could you tell me what your father’s name is?
- Please take me to the market with you, he asked his mom.
- Which place is nice in Rajasthan for tourists to visit?
- I have written an essay about the latest technology trends.
- Do you have any plans for us?
Day 46 | 90 Days RAS Mains 2025 Answer Writing
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