मुगल बादशाह अकबर के शासन से पहले राजस्थान कभी भी राजनीतिक रूप से एकीकृत नहीं था। अकबर ने राजस्थान का एक एकीकृत प्रांत बनाया। 1707 के बाद मुगल सत्ता का पतन शुरू हो गया। मुगल साम्राज्य के विघटन के कारण राजस्थान का राजनीतिक विघटन हुआ। मुगल साम्राज्य के पतन के बाद मराठों ने राजस्थान में घुसपैठ की। 1755 में उन्होंने अजमेर पर कब्ज़ा कर लिया। 19वीं सदी की शुरुआत पिंडारियों के आक्रमण से हुई।
यह पृष्ठ आधुनिक काल (1700-1947) के दौरान राजस्थान के इतिहास के महत्वपूर्ण विषयों को सूचीबद्ध करता है। यह पृष्ठ 1700-1947 के दौरान राजस्थान के केवल राजनीतिक, प्रशासनिक और आर्थिक पहलुओं से संबंधित है और सांस्कृतिक पहलुओं को उस विशेष पृष्ठ के अंतर्गत शामिल किया गया है।
राजस्थान का आधुनिक इतिहास (1707 – 1947)
आधुनिक काल में राजस्थान की राजनीति और प्रशासन:
आधुनिक काल में राजस्थान के नये राज्य:
- भरतपुर के जाट शासक
- अलवर राज्य के कछवाहा शासक
- जयपुर के कछवाहा शासक
- सीकर के शेखावत
- झालावाड़ के झाला शासक
राजस्थान में मराठा शक्ति:
राजस्थान में ब्रिटिश शासन और स्वतंत्रता आंदोलन
- राजस्थान में राजनीतिक जागरूकता
- राजस्थान में किसान आंदोलन
- राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानी
- सामाजिक एवं राजनीतिक जागृति में महिलाओं का योगदान।